पुरी का अनोखा हनुमान मंदिर: जंजीरों में बंधे हैं बजरंगबली, जानें रहस्य
भारत के सबसे अनोखे मंदिरों में से एक
भारत में हजारों मंदिर हैं, जिनमें हर एक की अपनी अलग मान्यता और विशेषता होती है। लेकिन ओडिशा के पुरी में स्थित ‘बेड़ी हनुमान मंदिर’ कुछ अलग ही है। इस मंदिर में भगवान हनुमान को जंजीरों से बांधकर रखा गया है। यह दृश्य देखने में जितना चौंकाने वाला है, इसके पीछे की कहानी भी उतनी ही रहस्यमयी और रोचक है।
क्यों बांधते हैं हनुमान जी को जंजीरों में?
इस मंदिर में भगवान हनुमान की मूर्ति को लोहे की जंजीरों से बांधा गया है। इसके पीछे एक पौराणिक कथा जुड़ी हुई है। मान्यता के अनुसार, जब भगवान जगन्नाथ को यह पता चला कि हनुमान जी अयोध्या की यात्रा पर निकल गए हैं और पुरी शहर की रक्षा नहीं कर रहे, तो उन्होंने हनुमान जी को पुरी में ही रहने का आदेश दिया।
यह सुनिश्चित करने के लिए कि वे अपनी जगह से कहीं और न जाएं, उन्हें प्रतीकात्मक रूप से जंजीरों से बांध दिया गया। इस तरह से हनुमान जी को पुरी शहर और विशेष रूप से श्री जगन्नाथ मंदिर की रक्षा के लिए स्थायी रूप से नियुक्त कर दिया गया।
‘बेड़ी हनुमान’ नाम का महत्व
इस मंदिर का नाम ही ‘बेड़ी हनुमान’ है, जिसमें ‘बेड़ी’ का अर्थ होता है जंजीर। यह जंजीर केवल भौतिक नहीं, बल्कि संयम और कर्तव्य का प्रतीक भी मानी जाती है। इस मंदिर को ‘दरिया महावीर’ भी कहा जाता है, जहां ‘दरिया’ का मतलब समुद्र होता है। यह नाम इस विश्वास से जुड़ा है कि हनुमान जी समुद्र की लहरों से श्री जगन्नाथ मंदिर की रक्षा करते हैं।
🙏 श्रद्धालुओं के लिए आस्था का केंद्र
यह मंदिर न केवल धार्मिक आस्था का प्रतीक है, बल्कि ऐतिहासिक और सांस्कृतिक रूप से भी काफी महत्वपूर्ण है। हर दिन बड़ी संख्या में श्रद्धालु इस मंदिर में दर्शन के लिए आते हैं और हनुमान जी से अपने जीवन में स्थिरता और सुरक्षा की कामना करते हैं। यहां की ऊर्जा और वातावरण भक्तों को एक विशेष आध्यात्मिक अनुभव प्रदान करता है।
कैसे पहुंचे बेड़ी हनुमान मंदिर?
यह मंदिर पुरी शहर में स्थित है और यहां तक पहुँचना काफी आसान है। सबसे नजदीकी हवाई अड्डा बीजू पटनायक अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा (भुवनेश्वर) है, जो लगभग 60 किलोमीटर दूर है। भुवनेश्वर से पुरी के लिए बस या टैक्सी ली जा सकती है।
अगर आप ट्रेन से यात्रा कर रहे हैं तो पुरी रेलवे स्टेशन से बेड़ी हनुमान मंदिर की दूरी महज 1.3 किलोमीटर है। आप यहां से ऑटो, रिक्शा या पैदल भी मंदिर तक पहुँच सकते हैं।
एक आध्यात्मिक यात्रा का अद्भुत अनुभव
पुरी का बेड़ी हनुमान मंदिर न केवल एक धार्मिक स्थल है, बल्कि यह भारत की विविध और रहस्यमयी परंपराओं का भी एक जीवंत उदाहरण है। अगर आप पुरी जाएं, तो इस मंदिर के दर्शन जरूर करें और जानें उस भगवान की कहानी, जो खुद बंधन में बंधकर भी अपने भक्तों की रक्षा करते हैं।