अमेठी हत्याकांड में नए मोड़: 10 लाख की जमीन है हत्या की असली वजह
पुलिस मुठभेड़ के बाद शनिवार सुबह चंदन वर्मा को जिला अस्पताल से सीएचसी लाया जा रहा था, तभी उससे पूछा गया कि उसने घटना में प्रयुक्त पिस्टल कहां से खरीदी। चंदन ने जवाब दिया कि उसे इस बारे में कोई जानकारी नहीं है और उसने पूनम से रिश्ते की बात भी खारिज कर दी। हालांकि, बच्चों की हत्या के बारे में उसने कहा, “मुझसे गलती हो गई।” सूत्रों के मुताबिक, उसने यह पिस्टल अंबेडकरनगर से खरीदी थी।
गौरतलब है कि बृहस्पतिवार रात को अमेठी के अहोरवा भवानी कस्बे में चंदन वर्मा ने शिक्षक सुनील कुमार, उनकी पत्नी पूनम भारती, और उनकी दो बेटियों सृष्टि और लाडो की गोली मारकर हत्या कर दी थी।
एएसपी हरेंद्र प्रताप ने कहा कि पुलिस के पास इस मामले के महत्वपूर्ण साक्ष्य हैं। चंदन ने ही सभी हत्याएं की हैं, और उसकी फोन की सीडीआर से घटना स्थल पर उसकी लोकेशन मिली है। पुलिस ने चंदन के परिजनों से संपर्क किया, जिसमें उसके भाई ने बताया कि चंदन कहीं गया है। जब पुलिस ने घटना का जिक्र किया, तो भाई ने कहा कि चंदन इसमें शामिल हो सकता है। इसके बाद, चंदन को प्रयागराज से गिरफ्तार किया गया। एएसपी ने बताया कि अब तक यह नहीं पता चला है कि चंदन को भागने में किसी ने मदद की हो; वह अकेला ही भाग रहा था।
अमेठी में शिक्षक परिवार की हत्या में देसी पिस्टल का इस्तेमाल किया गया, जिसे आरोपी चंदन ने 37 हजार रुपये में खरीदा था। जानकारी के मुताबिक, चंदन ने यह पिस्टल आंबेडकर नगर से ली थी। पुलिस अब असलहा सौदागरों के बारे में जानकारी जुटा रही है।
पुलिस चंदन को रिमांड पर लेगी
सीओ तिलोई, डॉ. अजय सिंह ने बताया कि चंदन से पूछताछ के लिए 14 दिन की रिमांड के लिए कोर्ट में अर्जी दी जाएगी। घटना से जुड़े साक्ष्यों को मजबूत करने के लिए यह आवश्यक है। पुलिस मामले की निगरानी के लिए मॉनीटरिंग सेल का गठन करेगी और जल्द से जल्द आरोपी को सजा दिलाने का प्रयास कर रही है।
चंदन और पूनम का संबंध
पुलिस सूत्रों के अनुसार, चंदन एक एक्सरे टेक्नीशियन था और वह पूनम पर पैसे खर्च करता था। चंदन ने पूनम के नाम पर रायबरेली में 10 लाख रुपये में दो बिस्वा जमीन खरीदी थी। लेकिन जब चंदन ने पूनम और उसके परिवार से पैसे मांगे, तो उनके रिश्ते में खटास आ गई, जिससे यह हत्या हुई।
इलेक्ट्रॉनिक साक्ष्य का महत्व
अधिवक्ता संतोष मिश्र के अनुसार, आरोपी के बयान को कोर्ट में मान्यता नहीं मिलती है, इसलिए इलेक्ट्रॉनिक साक्ष्य इस केस को मजबूत बनाएंगे।
परिवार को मिलेगी आर्थिक सहायता
मृतक शिक्षक के माता-पिता को फरवरी तक 50 लाख रुपये की आर्थिक सहायता दी जाएगी।
अंतिम संस्कार का दृश्य
गांव में चार शवों का एक साथ अंतिम संस्कार होने से सभी लोग गमगीन हो गए। अंतिम संस्कार गोला गंगाघाट पर किया गया, जहां शिक्षक सुनील, उसकी पत्नी पूनम और उनकी दो बेटियों का एक ही चिता पर अंतिम संस्कार हुआ।
गांव में शांति बनाए रखने के लिए पुलिस तैनात रही, ताकि किसी भी तरह का विरोध न हो सके।