एअर इंडिया ने अंतरराष्ट्रीय उड़ानों में की कटौती, अहमदाबाद प्लेन हादसे के बाद लिया फैसला
अहमदाबाद हादसे के बाद एअर इंडिया का बड़ा कदम
12 जून को अहमदाबाद एयरपोर्ट से उड़ान भरने के कुछ ही मिनट बाद हुए विमान हादसे ने देश को झकझोर कर रख दिया। इस दर्दनाक दुर्घटना के बाद एअर इंडिया ने अपनी अंतरराष्ट्रीय उड़ानों में बड़ा बदलाव करने का निर्णय लिया है। हालिया तकनीकी समस्याओं और इस बड़े हादसे को देखते हुए कंपनी ने सुरक्षा को सर्वोच्च प्राथमिकता देते हुए इंटरनेशनल फ्लाइट्स में 15% तक की कटौती करने का ऐलान किया है।
वाइडबॉडी विमानों की सेवाएं होंगी सीमित
एअर इंडिया ने साफ किया है कि यह कटौती उनके वाइडबॉडी विमानों पर लागू होगी और यह व्यवस्था 20 जून से 15 जुलाई तक जारी रहेगी। इस अवधि में कंपनी सीमित संसाधनों में काम करेगी, लेकिन यात्रियों की सुविधा के लिए रिजर्व विमानों की भी व्यवस्था की गई है, ताकि किसी आकस्मिक परिस्थिति में उड़ान संचालन प्रभावित न हो।
यात्रियों से माफी, सुरक्षा को बताया प्राथमिकता
टाटा समूह की एअर इंडिया ने इस निर्णय से यात्रियों को होने वाली असुविधा के लिए खेद प्रकट किया है। उन्होंने कहा कि यात्रियों की सुरक्षा हमारे लिए सबसे जरूरी है, और तकनीकी खामियों को दूर करने के लिए यह अस्थायी फैसला लिया गया है। कंपनी आश्वस्त करती है कि जल्द ही इंटरनेशनल सेवाएं फिर से पूरी क्षमता के साथ शुरू की जाएंगी और यात्रियों को भरोसेमंद और सुरक्षित सेवा प्रदान की जाएगी।
अहमदाबाद हादसे में गईं 270 से ज्यादा जानें
अहमदाबाद से दिल्ली जा रही फ्लाइट AI-171 हादसे का शिकार हो गई थी। टेक-ऑफ के महज दो मिनट बाद यह विमान पास के एक हॉस्टल से टकरा गया। इस भीषण हादसे में 241 यात्रियों की मौके पर मौत हो गई, जबकि हॉस्टल में मौजूद 29 लोग भी मारे गए। हादसे में केवल एक युवक ही जीवित बच सका। दुखद बात यह भी रही कि विमान में गुजरात के पूर्व मुख्यमंत्री विजय रूपाणी भी सवार थे, जिनकी मौत की पुष्टि बाद में हुई।
निष्कर्ष
एअर इंडिया का यह निर्णय एक अस्थायी लेकिन महत्वपूर्ण कदम है, जिससे यह स्पष्ट होता है कि कंपनी तकनीकी खामियों को हल्के में नहीं ले रही है। यात्रियों की सुरक्षा और भरोसे को बनाए रखने के लिए यह कटौती की जा रही है, जिससे भविष्य में इस तरह के हादसों की पुनरावृत्ति रोकी जा सके।