AAP छोड़ बीजेपी में शामिल हुए गहलोत
दिल्ली के पूर्व कैबिनेट मंत्री कैलाश गहलोत ने सोमवार को आम आदमी पार्टी (AAP) छोड़कर भारतीय जनता पार्टी (BJP) जॉइन की। गहलोत ने AAP पर “अपनी मूल विचारधारा से समझौता करने”, “केंद्र सरकार से लगातार लड़ाई करने” और “आम आदमी को खास बनाने” का आरोप लगाया। गहलोत का बीजेपी मुख्यालय पर पार्टी में स्वागत किया गया। इस मौके पर केंद्रीय मंत्री मनोहर लाल खट्टर, हरिश मल्होत्रा और दिल्ली बीजेपी अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा मौजूद थे। खट्टर ने कहा, “कैलाश गहलोत का बीजेपी में आना दिल्ली की राजनीति में बड़ा बदलाव है। उन्होंने पीएम नरेंद्र मोदी और बीजेपी के कामों को देखकर यह फैसला लिया है।”
गहलोत ने दी AAP पर सफाई
गहलोत ने AAP के उस आरोप को खारिज किया, जिसमें उन्हें केंद्रीय एजेंसियों के दबाव में बीजेपी में जाने की बात कही गई थी। उन्होंने कहा, “कुछ लोग सोच रहे हैं कि मैंने यह फैसला दबाव में लिया, लेकिन मैं साफ करना चाहता हूं कि ऐसा कुछ नहीं है। ईडी और सीबीआई का मुझ पर कोई दबाव नहीं है।” गहलोत ने कहा, “हमने AAP में जनता की सेवा के लिए कदम रखा था, लेकिन पार्टी ने अपने मूल्यों से समझौता किया। आम आदमी अब खास बन गए हैं। मैंने अपने इस्तीफे में इन सभी कारणों का जिक्र किया है।”
AAP-BJP के बीच बढ़ती खाई पर टिप्पणी
गहलोत ने कहा कि अगर दिल्ली सरकार लगातार केंद्र सरकार से टकराव करती रही, तो शहर का विकास संभव नहीं होगा। उन्होंने कहा, “केंद्र सरकार से अच्छे संबंध बनाए रखना जरूरी है।” गहलोत के इस्तीफे और बीजेपी में शामिल होने से कुछ महीने बाद होने वाले दिल्ली विधानसभा चुनाव पर असर पड़ने की संभावना है। बीजेपी नेता बैजयंत पांडा ने कहा, “गहलोत का बीजेपी में आना AAP के अंदर घटते विश्वास को दिखाता है। AAP ने पिछले 10 सालों में जनता से किए गए वादे पूरे नहीं किए।”
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AAP का पलटवार
AAP ने गहलोत के बीजेपी में शामिल होने पर कहा कि वह किसी भी पार्टी में शामिल होने के लिए स्वतंत्र हैं। पूर्व डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया ने कहा, “गहलोत 10 साल तक हमारे साथ बिना किसी दबाव के रहे। अब वह बीजेपी के साथ काम करना चाहते हैं, तो उन्हें शुभकामनाएं।” AAP ने आरोप लगाया कि बीजेपी के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार की एजेंसियों ने गहलोत पर दबाव बनाया। पार्टी प्रवक्ता ने कहा, “गहलोत पर आयकर और ईडी के कई मामले चल रहे थे। उनके पास बीजेपी में शामिल होने के अलावा कोई विकल्प नहीं बचा। यह बीजेपी की साजिश है, जो केंद्रीय एजेंसियों के जरिए दिल्ली चुनाव जीतना चाहती है।”
गहलोत का राजनीतिक सफर और महत्व
,कैलाश गहलोत, जो नजफगढ़ से विधायक हैं, दिल्ली सरकार में परिवहन, गृह और महिला एवं बाल विकास जैसे अहम विभागों के मंत्री रह चुके हैं। गहलोत को ग्रामीण और युवा समुदायों में उनके काम के लिए जाना जाता है। दिल्ली बीजेपी अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा ने कहा, “उनका अनुभव पार्टी के लिए बेहद महत्वपूर्ण होगा।”