Jharkhand Elections: पहले चरण में मतदान 64.8%, ग्रामीण क्षेत्रों में ज्यादा उत्साह
पहले चरण में मतदान का प्रतिशत: Jharkhand Election के पहले चरण में बुधवार को 43 सीटों पर मतदान हुआ, जिसमें 64.8% मतदान हुआ। यह 2019 में इन सीटों पर हुआ मतदान (63.7%) से अधिक था। ग्रामीण क्षेत्रों, खासकर आदिवासी बेल्ट में वोटिंग का उत्साह देखा गया, जबकि शहरी क्षेत्रों में मतदान का प्रतिशत कम रहा। कुल मिलाकर 1.4 करोड़ मतदाताओं ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया।
नक्सली बहिष्कार के आह्वान का असर नहीं
नक्सलियों द्वारा मतदान का बहिष्कार करने की अपील का कोई असर नहीं पड़ा, और मतदाता बड़ी संख्या में मतदान केंद्रों तक पहुंचे। खरसावां (ST सीट) ने 79.1% मतदान के साथ सबसे अधिक मतदान दर्ज किया, जबकि रांची में 52.3% और जमशेदपुर में क्रमशः 57% और 56.3% मतदान हुआ।बूधापहाड़ क्षेत्र में लोकतांत्रिक जागरूकता का संकेतगर्वा जिले के बूधापहाड़ क्षेत्र, जो पहले नक्सलियों का मजबूत गढ़ माना जाता था, में मतदान शांतिपूर्वक और लंबी कतारों के साथ हुआ। चुनाव आयोग ने बताया कि इस क्षेत्र के हेसातू मतदान केंद्र पर अब लोकतांत्रिक भावना का गहरा असर देखा जा रहा है, जहां अब लोकसभा चुनाव 2024 के लिए मतदान होता है।
दूसरे चरण के मतदान की तैयारी
पहले चरण के मतदान के बाद दूसरे चरण के लिए चुनाव प्रचार तेज हो गया है। यह चरण महत्वपूर्ण आदिवासी क्षेत्रों संथाल परगना और कोयलांचल में होगा। दूसरे चरण का मतदान 20 नवंबर को होगा। मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन और अन्य प्रमुख नेताओं ने रांची में मतदान किया।
राजनीतिक दलों की प्रतिक्रिया
पूर्व मुख्यमंत्री चंपाई सोरेन ने कहा कि बीजेपी इस बार घुसपैठ के मुद्दे पर चुनावी लाभ उठाएगी। वहीं, झारखंड मुक्ति मोर्चा (JMM) और कांग्रेस ने पहले चरण में अच्छा प्रदर्शन करने का दावा किया है। JMM ने कहा कि रांची और जमशेदपुर के शहरी क्षेत्रों में वोटरों ने यह मिथक तोड़ा कि JMM को शहरी वोटरों का समर्थन नहीं मिलता है। बीजेपी ने 43 में से दो-तिहाई सीटें जीतने का दावा किया है।
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चुनाव में शांति और सुरक्षा
नक्सलियों के धमकियों के बावजूद, 950 मतदान केंद्रों पर मतदान एक घंटे पहले समाप्त हुआ, जहां मतदान शांतिपूर्वक हुआ और कोई हिंसा या आगजनी की घटना नहीं हुई। हालांकि, कुछ क्षेत्रों में आदिवासी समुदाय ने सड़कें और पुल बनाने की मांग को लेकर मतदान का बहिष्कार किया, लेकिन प्रशासन द्वारा आश्वासन देने पर उन्होंने वोट डाले।
वोटिंग के दौरान कुछ घटनाएँ
सिमरिया (SC) सीट पर एक 90 वर्षीय लोकगायक सरस्वती देवी का निधन हो गया, जबकि तांड़वा में JMM और बीजेपी कार्यकर्ताओं के बीच झड़प की सूचना मिली। हजारीबाग में महिलाओं ने बड़ी संख्या में वोट डाले।