देशभर में गणपति बप्पा का भव्य स्वागत
गणेश चतुर्थी भारत के सबसे लोकप्रिय और हर्षोल्लास से मनाए जाने वाले त्योहारों में से एक है। यह केवल महाराष्ट्र ही नहीं बल्कि पूरे देश में धूमधाम के साथ मनाया जाता है। इस दौरान भव्य पंडाल, ढोल-ताशे, सजावट और भक्तों की भीड़ मिलकर ऐसा माहौल बनाते हैं, जो हर किसी के मन को भक्ति और आनंद से भर देता है। देश के कई शहर इस उत्सव के लिए खास पहचान रखते हैं, जहां गणपति बप्पा का स्वागत अनोखे अंदाज में किया जाता है।
मुंबई: लालबागचा राजा का जलवा
गणेश चतुर्थी की असली भव्यता देखने के लिए मुंबई सबसे खास जगह है। यहां दस दिनों तक पूरे शहर का नजारा अलग ही होता है। हर गली-मोहल्ले में खूबसूरत पंडाल और सजावट दिखाई देती है। इनमें सबसे प्रसिद्ध “लालबागचा राजा” है, जिसके दर्शन करने लाखों श्रद्धालु रोज पहुंचते हैं। इस दौरान मुंबई की रौनक देखते ही बनती है।
हैदराबाद: खैरताबाद गणेश की भव्य प्रतिमा
हैदराबाद में गणेश चतुर्थी को विनायक चतुर्थी कहा जाता है। यहां का आकर्षण खैरताबाद गणेश प्रतिमा है, जो हर साल अपने विशाल आकार और शानदार डिजाइन के कारण चर्चा में रहती है। कभी-कभी तो यह प्रतिमा 70 फीट तक ऊंची बनाई जाती है। भक्तों की भारी भीड़ इस प्रतिमा के दर्शन के लिए उमड़ती है।
पुणे: दगडूशेठ हलवाई गणपति मंदिर की रौनक
पुणे में गणेशोत्सव बेहद खास होता है। यहां घर-घर में सजावट, पारंपरिक नृत्य और लोकगीत का आयोजन किया जाता है। मिठाइयों में मोदक और लड्डू मुख्य आकर्षण रहते हैं। पुणे का दगडूशेठ हलवाई गणपति मंदिर इस दौरान श्रद्धालुओं से भरा रहता है। यहां गणेश जी की प्रतिमा देखने योग्य भव्यता लिए होती है।
गोवा: चावथ का रंगीन उत्सव
गोवा में गणेश चतुर्थी को चावथ कहा जाता है। यहां हर घर में मिट्टी की प्रतिमा स्थापित की जाती है। लोग रिश्तेदारों से मिलते हैं और विशेष मिठाइयां जैसे नेवरी और पटोलेओ बनाते हैं। इस समय गोवा का माहौल पूरी तरह से त्योहारों की उमंग से भर जाता है।
कनिपकम: वरसिद्धि विनायक मंदिर का महत्व
आंध्र प्रदेश के कनिपकम में स्थित श्री वरसिद्धि विनायक स्वामी मंदिर गणेश चतुर्थी का एक प्रमुख तीर्थस्थल है। यहां यह पर्व ब्रह्मोत्सव की शुरुआत का प्रतीक होता है, जो पूरे 20 दिनों तक चलता है। हर दिन प्रतिमा को विशेष वाहनों पर जुलूस में निकाला जाता है और समापन एक विशाल झांकी के साथ होता है।
बैंगलोर: भक्ति और उत्साह का संगम
बैंगलोर और इसके आसपास भी गणेश चतुर्थी बड़े उत्साह से मनाई जाती है। यहां भव्य पंडाल लगाए जाते हैं और भक्त बड़ी संख्या में गणपति के दर्शन के लिए पहुंचते हैं। ढोल-नगाड़ों और भजन-कीर्तन के बीच श्रद्धालु भक्ति में डूब जाते हैं।
निष्कर्ष
भारत के अलग-अलग राज्यों और शहरों में गणेश चतुर्थी अपने अनूठे रंग और परंपराओं के साथ मनाई जाती है। चाहे मुंबई का लालबागचा राजा हो, हैदराबाद का खैरताबाद गणेश या पुणे का दगडूशेठ हलवाई मंदिर, हर जगह इस उत्सव की झलक भारतीय संस्कृति और आस्था की ताकत को दिखाती है।