गर्मी से राहत दिलाएंगे देहरादून के पास ये शांत हिल स्टेशन
गर्मियों की तपती धूप और भागदौड़ भरी जिंदगी से दूर अगर आप सुकून और ठंडी हवा की तलाश में हैं, तो देहरादून के आसपास मौजूद खूबसूरत हिल स्टेशन आपके लिए परफेक्ट डेस्टिनेशन हो सकते हैं। पहाड़ों की गोद में बसी ये जगहें सिर्फ सुकून ही नहीं, बल्कि यादगार लम्हे भी देती हैं।
प्रकृति की गोद में कुछ सुकून के पल
गर्मी के मौसम में पहाड़ों की ओर रुख करना बहुत सुकूनभरा होता है। हरियाली, ठंडी हवा, झीलें, झरने और शांत वातावरण मिलकर एक ऐसा अनुभव देते हैं जो दिल को सुकून और दिमाग को ताजगी से भर देता है। देहरादून के आसपास भी ऐसी कई जगहें हैं, जहां आप वीकेंड या छोटी छुट्टी में ट्रिप प्लान कर सकते हैं।
कानाताल – रोड ट्रिप के लिए परफेक्ट जगह
देहरादून से लगभग 73 किलोमीटर दूर स्थित कानाताल एक शांत और खूबसूरत हिल स्टेशन है। अगर आप ड्राइविंग के शौकीन हैं तो यह जगह आपके लिए एक शानदार रोड ट्रिप डेस्टिनेशन बन सकती है। हरे-भरे जंगल, साफ-सुथरी सड़कें और चारों ओर फैली पहाड़ियों का नजारा मन मोह लेता है। गर्मियों में यहां का ठंडा मौसम घूमने के आनंद को दोगुना कर देता है।
मसूरी – पहाड़ों की रानी
उत्तराखंड की सबसे लोकप्रिय हिल स्टेशनों में से एक, मसूरी हर मौसम में घूमने लायक है। गर्मियों में यहां का मौसम खासतौर पर राहत देने वाला होता है। माल रोड की चहल-पहल हो या केम्टी फॉल का झरता पानी, हर जगह एक अलग ही आकर्षण है। दोस्तों, परिवार या पार्टनर – सभी के साथ घूमने के लिए मसूरी एक शानदार विकल्प है।
लैंडोर – शांति और ठंडक का संगम
मसूरी से करीब 20 मिनट और देहरादून से लगभग 40 किलोमीटर की दूरी पर बसा लैंडोर एक छोटा लेकिन बेहद सुंदर हिल स्टेशन है। यह जगह अपने शांत वातावरण, घने जंगल और अंग्रेज़ी दौर की गलियों के लिए मशहूर है। गर्मियों में जब शोरगुल से भागने की चाह हो, तब लैंडोर जैसा शांत स्थान मन को बेहद राहत देता है।
और भी हैं खूबसूरत विकल्प
अगर आप कुछ अलग देखना चाहते हैं तो चकराता, धनोल्टी और नई टिहरी जैसे हिल स्टेशन भी अच्छे विकल्प हो सकते हैं। इन जगहों पर प्राकृतिक सौंदर्य के साथ-साथ एडवेंचर और फोटोग्राफी के लिए भी भरपूर मौका मिलता है।
गर्मी में ऐसी जगहों पर जाना ना सिर्फ मौसम से राहत देता है, बल्कि मन को भी फिर से तरोताजा कर देता है। तो देरी ना करें, अपना बैग पैक करें और देहरादून के इन हिल स्टेशनों की ओर निकल पड़ें।