34 भारतीय मछुआरों की गिरफ्तारी पर बांग्लादेश की बड़ी कार्रवाई
बांग्लादेशी जल सीमा में घुसपैठ का आरोप
14 और 15 जुलाई 2025 की दरम्यानी रात बांग्लादेश के सुरक्षा बलों ने एक बड़ी कार्रवाई करते हुए 34 भारतीय मछुआरों को अपनी हिरासत में ले लिया। यह कार्रवाई मोंगला बंदरगाह के पास की गई, जहाँ पर इन मछुआरों पर अंतरराष्ट्रीय समुद्री सीमा रेखा पार कर बांग्लादेशी जल क्षेत्र में मछली पकड़ने का आरोप लगाया गया है।
⚫ जब्त किए गए दो भारतीय ट्रॉलर
बांग्लादेश के सैन्य अधिकारियों ने सिर्फ मछुआरों को ही नहीं बल्कि उनके दो ट्रॉलर – एफबी झार और एफबी मंगलचंदी – को भी जब्त कर लिया है। गिरफ्तार मछुआरों को तुरंत मोंगला बंदरगाह ले जाया गया, जहाँ उन्हें पूछताछ के लिए रखा गया है।
⚫ भारतीय अधिकारियों ने शुरू की कार्रवाई
भारत सरकार ने इस घटनाक्रम पर तुरंत प्रतिक्रिया दी है। विदेश मंत्रालय के सूत्रों ने बताया कि भारत के हाई कमिश्नर ने बांग्लादेश सरकार के साथ संपर्क स्थापित कर लिया है और मछुआरों की सुरक्षित रिहाई के प्रयास शुरू हो गए हैं। इस मुद्दे को यूनुस सरकार के सामने रखा गया है ताकि कूटनीतिक बातचीत से हल निकाला जा सके।
⚫ स्थानीय प्रतिनिधियों और प्रशासन की प्रतिक्रिया
इस घटना की जानकारी मिलते ही काकद्वीप के विधायक मंतूराम पाखिरा ने स्थानीय परिवारों को भरोसा दिलाया कि प्रशासन पूरी तरह सतर्क है और हरसंभव प्रयास किए जा रहे हैं। उन्होंने परिजनों से अपील की कि घबराएं नहीं और प्रशासन पर भरोसा रखें।
वहीं, दक्षिण 24 परगना जिले के जिलाधिकारी सुमित गुप्ता ने कहा कि राज्य सरकार के उच्च अधिकारियों को पूरे मामले की जानकारी दी जा चुकी है और बांग्लादेश से संपर्क बनाए रखा गया है।
⚫ पहले भी सामने आते रहे हैं ऐसे मामले
भारत-बांग्लादेश की समुद्री सीमाओं पर इस प्रकार के घटनाक्रम पहले भी सामने आते रहे हैं, जहां अनजाने में मछुआरे सीमा रेखा पार कर जाते हैं। दोनों देशों के बीच कई बार इन मामलों को शांति और बातचीत के माध्यम से सुलझाया गया है।
⚫ मछुआरों की सुरक्षित वापसी की उम्मीद
सरकारी प्रयास और कूटनीतिक बातचीत से यह उम्मीद की जा रही है कि जल्द ही सभी 34 मछुआरों की सुरक्षित वापसी संभव होगी। प्रशासन, राज्य सरकार और विदेश मंत्रालय इस दिशा में तेजी से काम कर रहे हैं।
यह घटना एक बार फिर इस बात की याद दिलाती है कि सीमावर्ती क्षेत्रों में जागरूकता और निगरानी की जरूरत कितनी अहम है, ताकि भविष्य में इस तरह की घटनाओं से बचा जा सके।