Mukesh Khanna (मुकेश खन्ना): शक्तिमान से सुपरहीरो तक
Mukesh Khanna, जिन्होंने शक्तिमान के किरदार से भारतीय टेलीविजन पर एक नई परिभाषा दी, आज भी अपने अभिनय और समाजिक योगदान के लिए जाने जाते हैं। उनका जन्म 23 जून 1965 को मुंबई में हुआ था। मुकेश खन्ना ने अपनी मेहनत और कला से खुद को भारतीय टेलीविजन के सबसे बड़े सुपरहीरो के रूप में स्थापित किया।
प्रारंभिक जीवन और शिक्षा
Mukesh Khanna का जन्म एक सामान्य परिवार में हुआ था, और उनका बचपन मुंबई में बीता। बचपन से ही उन्हें अभिनय में गहरी रुचि थी, और स्कूल के नाटकों में भाग लेकर उन्होंने अपनी कला को निखारा। इसके बाद, उन्होंने दिल्ली के प्रतिष्ठित नेशनल स्कूल ऑफ ड्रामा (NSD) से अभिनय की शिक्षा ली, जहां उन्होंने न सिर्फ अभिनय, बल्कि थिएटर की कला को भी समझा।
करियर की शुरुआत
मुकेश खन्ना ने अपने करियर की शुरुआत टेलीविजन से की, लेकिन उनका असली ब्रेक 1980 के दशक में आया, जब उन्होंने हम लोग (1984) जैसे शो में अभिनय किया। हालांकि, यह शो उनके करियर की शुरुआत था, लेकिन उन्हें असली पहचान मिली 1992 में, जब उन्होंने Shaktimaan का किरदार निभाया।
शक्तिमान: भारतीय टेलीविजन का पहला सुपरहीरो
1992 में शक्तिमान के रूप में Mukesh Khanna ने भारतीय टेलीविजन पर इतिहास रचा। Shaktimaan शो न केवल बच्चों, बल्कि हर आयु वर्ग के दर्शकों के लिए प्रेरणा का स्रोत बन गया। इस शो में, मुकेश खन्ना ने एक साधारण पत्रकार, गंगाधर, का रोल निभाया जो एक विशेष योग शक्ति से शक्तिमान में बदलता है और अच्छाई की लड़ाई लड़ता है।
शक्तिमान के जरिए मुकेश खन्ना ने दर्शकों को यह सिखाया कि असली ताकत केवल शारीरिक शक्ति में नहीं, बल्कि आंतरिक बल और नैतिक मूल्यों में होती है। उनका प्रसिद्ध संवाद “मैं शक्तिमान हूँ!” आज भी बच्चों और युवाओं के बीच एक आदर्श बन चुका है।
महाभारत और अन्य भूमिकाएँ
Shaktimaan के अलावा, मुकेश खन्ना ने Mahabharat (1990) में भी भीष्म पितामह का किरदार निभाया था, जो एक और ऐतिहासिक भूमिका थी। इस किरदार ने भी उन्हें दर्शकों के बीच बहुत लोकप्रियता दिलाई। उनके अभिनय में एक गहरी गंभीरता थी, जो दर्शकों को बहुत प्रभावित करती थी। इसके अलावा, उन्होंने कई फिल्मों और टेलीविजन शो में भी अभिनय किया, जिनमें उनकी प्रजेंस और अभिनय की शैली ने उन्हें एक अलग पहचान दिलाई।
राजनीति में सक्रियता
मुकेश खन्ना केवल एक अभिनेता ही नहीं, बल्कि एक समाजसेवी और राजनीतिक व्यक्ति भी हैं। उन्होंने भारतीय जनता पार्टी (BJP) जॉइन की और राजनीति में सक्रिय भूमिका निभाई। उनका मानना था कि समाज में नैतिक शिक्षा का प्रचार-प्रसार करना बेहद जरूरी है, और इसके लिए उन्होंने कई सामाजिक कार्यों में भी भाग लिया।
व्यक्तिगत जीवन
मुकेश खन्ना का व्यक्तिगत जीवन काफी शांतिपूर्ण और साधारण रहा है। वे अपने परिवार के साथ समय बिताना पसंद करते हैं, लेकिन अपने काम में भी पूरी तरह से समर्पित रहते हैं। उनका मानना है कि एक अभिनेता को अपनी निजी जिंदगी को सार्वजनिक रूप से नहीं लाना चाहिए, और वे इसे बेहद निजी रखते हैं।
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शक्तिमान का रिवाइवल
मुकेश खन्ना ने Shaktimaan के रिवाइवल पर काम करने की योजना बनाई है। उनका मानना है कि Shaktimaan की कहानी अब नई तकनीक और कहानी के साथ और भी प्रभावी तरीके से प्रस्तुत की जा सकती है। हालांकि, रिवाइवल में कुछ देरी हो रही है, लेकिन उनका मानना है कि जल्द ही यह शो दर्शकों के बीच लौटेगा।
मुकेश खन्ना का योगदान
मुकेश खन्ना का योगदान केवल अभिनय तक सीमित नहीं है। उन्होंने अपने शो शक्तिमान के माध्यम से बच्चों को नैतिक शिक्षा दी और उन्हें अच्छाई की ताकत से अवगत कराया। उनका अभिनय एक प्रेरणा बन गया, खासकर बच्चों के लिए, जो जीवन में सही रास्ते पर चलने की कोशिश करते हैं।
आज भी उनका किरदार शक्तिमान बच्चों और परिवारों के लिए एक आदर्श बना हुआ है। उनका योगदान भारतीय टेलीविजन इंडस्ट्री के लिए अमूल्य है, और उनकी प्रेरणा से आने वाली पीढ़ियाँ भी मार्गदर्शन प्राप्त करती रहेंगी।
निष्कर्ष
मुकेश खन्ना का करियर और जीवन एक प्रेरणा है। उनके द्वारा निभाए गए किरदार, विशेषकर शक्तिमान, ने न केवल भारतीय टेलीविजन को एक नई दिशा दी, बल्कि समाज में सकारात्मक बदलाव भी लाया। मुकेश खन्ना का नाम भारतीय टेलीविजन इतिहास में हमेशा याद किया जाएगा, और उनका कार्य हमेशा आने वाली पीढ़ियों के लिए प्रेरणा का स्रोत रहेगा।