Potato Cultivation: सर्दियों में चाहिए आलुओं की बंपर पैदावार, तो अपनाएं ये खास टिप्स
सही समय पर करें आलुओं की बुवाई
Potato Cultivation: सर्दियों में आलुओं की बंपर पैदावार के लिए उनकी बुवाई सही समय पर करें। मौसम जब साफ और स्थिर हो, तभी आलू लगाएं। ठंड के कारण फसल प्रभावित होने से बचती है और पौधों का विकास सही तरीके से होता है।
सिंचाई का रखें विशेष ध्यान
ठंड के मौसम में फसलों को ज्यादा पानी देने से बचें। खेतों में जल निकासी की उचित व्यवस्था होना जरूरी है। जब भी सिंचाई करें, दिन के समय करें क्योंकि इस समय तापमान नियंत्रित रहता है। रात में पानी ज्यादा ठंडा होता है, जिससे फसलों को पाला लगने का खतरा बढ़ जाता है।
खरपतवार नियंत्रण है जरूरी
खेत में खरपतवार दिखाई दें तो उन्हें तुरंत हटा दें। खरपतवार को जलाने से फसल के आसपास कचरा नहीं जमा होगा और ठंडी हवाओं से फसल को राहत मिलेगी। साफ-सुथरे खेत में फसल का विकास बेहतर होता है।
रोग और कीट प्रबंधन पर ध्यान दें
आलुओं की फसल को रोग और कीटों से बचाना बहुत जरूरी है। सही समय पर इनका प्रबंधन करने से उत्पादन बेहतर होगा।
1. सफेद भृंग कीट
यह कीट पौधों की जड़ों को नुकसान पहुंचाता है, जिससे पौधा सूख जाता है। इसे रोकने के लिए एक लाइट ट्रैप प्रति हेक्टेयर शाम 7 से 9 बजे तक लगाएं। इसके अलावा, बुवाई के समय या बाद में कार्बोफ्यूरान 3 जी का इस्तेमाल करें।
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2. लाही कीट
हरे या गुलाबी रंग का यह कीट पौधों का रस चूसकर उन्हें कमजोर कर देता है। इससे बचाव के लिए ऑक्सी डेमेटान-मिथाइल को पानी में मिलाकर फसल पर छिड़काव करें।
3. पछेती झुलसा रोग
इस रोग में आलू के पौधों की पत्तियां सूखने लगती हैं। सूखी पत्तियों को मसलने पर खरखर की आवाज आती है। इससे बचने के लिए मैंकोजेब को पानी में घोलकर छिड़काव करें।
सर्द हवाओं से बचाव
सर्दी के मौसम में तेज ठंडी हवाएं फसलों को नुकसान पहुंचा सकती हैं। इसलिए फसल की सही देखभाल जरूरी है। उचित उपाय अपनाकर फसल को ठंड से बचाएं और उसका विकास बेहतर बनाएं।
आलुओं की फसल (Potato Cultivation) की सुरक्षा के फायदे
सही समय पर सिंचाई, खरपतवार नियंत्रण और रोग प्रबंधन से न केवल फसल की गुणवत्ता बेहतर होती है, बल्कि उत्पादन भी अधिक होता है। इन आसान और प्रभावी उपायों को अपनाकर आप सर्दियों में आलुओं की बंपर पैदावार पा सकते हैं।