स्किन से जुड़ी एलर्जी के कारण कुछ लोगों को पित्ती उछलने की समस्या होती है, जिसमें त्वचा पर खुजली और लाल या मोटे चकत्ते उभर आते हैं। इसे मेडिकल भाषा में हाइव्स (Hives) या अर्टिकैरिया (Urticaria) कहा जाता है, जबकि आम बोलचाल में इसे पित्ती, शीतपित्त, छपाकी या ददोरे कहा जाता है। यह समस्या सर्दी-गर्मी के कारण बढ़ सकती है, लेकिन इसके अन्य कारण भी हो सकते हैं जैसे पेट साफ न होना, कीड़ा काटना, अत्यधिक पसीना आना, या किसी दवा या खाद्य पदार्थ से एलर्जी। पित्ती आमतौर पर कुछ घंटों में ठीक हो जाती है, लेकिन खुजली काफी परेशान कर सकती है।
पित्ती के घरेलू उपाय:
1. अदरक: पित्ती के लिए अदरक या सूखी अदरक (सौंठ) का सेवन लाभकारी हो सकता है। अदरक के रस में शहद मिलाकर पीने से त्वचा की सूजन कम होती है और चकत्तों की लालिमा घटती है। इसे दिन में 3-4 बार पीने से आराम मिलता है।
2. टी ट्री ऑयल : टी ट्री ऑयल में एंटी-इंफ्लामेटरी और एंटी-माइक्रोबियल गुण होते हैं। 1 कप पानी में 10-12 बूंद टी ट्री ऑयल मिलाकर कॉटन से लगाएं। इसे दिन में 2-3 बार लगाने से सूजन और खुजली में राहत मिलती है।
3. नारियल का तेल : नारियल का तेल खुजली को शांत करता है और त्वचा को मॉइस्चराइज करता है। इसमें एंटी-बैक्टीरियल गुण होते हैं जो पित्ती की समस्या में राहत प्रदान करते हैं। दिन में 2-3 बार त्वचा पर नारियल का तेल लगाएं।
4. एलोवेरा जेल : एलोवेरा जेल में एंटी-बैक्टीरियल और एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण होते हैं। इसे पित्ती पर लगाने से सूजन और जलन कम होती है। जेल लगाने के बाद आधे घंटे के लिए छोड़ दें।
5. अजवायन और गुड़ : अजवायन और गुड़ का संयोजन पित्ती में राहत दे सकता है। अजवायन में एंटी-बैक्टीरियल और एंटीसेप्टिक गुण होते हैं, और गुड़ के साथ मिलाकर खाने से शरीर का तापमान संतुलित रहता है। अजवायन को गुड़ में मिलाकर गोलियां बना लें और सुबह-शाम सेवन करें।