SMC के अनुसार, “हम वर्तमान में उत्पादन में बदलाव कर रहे हैं ताकि बाजार में स्टॉक को कम किया जा सके और मांग के रुझानों पर करीबी निगरानी रख रहे हैं। भारत एक महत्वपूर्ण अवधि में प्रवेश कर रहा है, जिसमें आगामी त्योहारों का मौसम शामिल है; इसलिए हम मांग के रुझानों पर बारीकी से निगरानी रखेंगे।” इस जानकारी को Business Standard द्वारा रिपोर्ट किए गए एक सम्मेलन कॉल में बताया गया है।
मारुति सुजुकी का उत्पादन 2024-25 की पहली तिमाही में 7.4 प्रतिशत बढ़कर 496,000 यूनिट्स हो गया। इसी अवधि में, बिक्री केवल 1.2 प्रतिशत बढ़कर 427,000 यूनिट्स रही।
भारतीय ऑटो इंडस्ट्री में कारों की बिक्री में धीमापन को लेकर चिंता व्यक्त की जा रही है, जिससे डीलर स्टॉक्स की स्थिति गंभीर स्तर पर पहुंच गई है। ऑटोमोबाइल डीलर्स एसोसिएशन (Fada) ने पिछले कुछ महीनों में भारतीय ऑटोमोबाइल मैन्युफैक्चरर्स (Siam) को इस स्थिति के बारे में दो पत्र लिखे हैं, जिसमें स्टॉक की बढ़ती मात्रा को लेकर चेतावनी दी गई है।
इस स्थिति में सुधार के लिए, मारुति सुजुकी ने उत्पादन समायोजन की योजना बनाई है ताकि डीलरों के पास अतिरेक स्टॉक कम किया जा सके और बाजार में संतुलन बनाए रखा जा सके। दिवाली जैसे महत्वपूर्ण त्योहारी मौसम के पहले यह कदम उठाना कंपनी के लिए रणनीतिक महत्व रखता है, ताकि भविष्य में मांग में संभावित वृद्धि को देखते हुए तैयार रहा जा सके।
इस रणनीति के तहत, कंपनी ने उत्पादन की गति को समायोजित करने के साथ-साथ डीलरों के स्टॉक को नियंत्रित करने की योजना बनाई है। इसके अतिरिक्त, कंपनी की निगरानी और सटीक उत्पादन रणनीति से बाजार में संतुलन बनाए रखने में मदद मिलेगी और संभावित अधिक स्टॉक की स्थिति को नियंत्रित किया जा सकेगा।
मारुति सुजुकी की इस पहल से भारतीय ऑटोमोबाइल बाजार में कीमतों में कमी की उम्मीद जताई जा रही है, जिससे ग्राहकों को लाभ हो सकता है। दिवाली के अवसर पर कारों की बिक्री में संभावित वृद्धि को देखते हुए, यह कदम ग्राहकों के लिए एक सकारात्मक संकेत हो सकता है और बाजार में मांग को बढ़ावा दे सकता है।