मुंबई से जवाहरलाल नेहरू पोर्ट: 2025 में शुरू होगी Electric Ferry Services
जवाहरलाल नेहरू पोर्ट अथॉरिटी (JNPA) 2025 के जनवरी महीने में मुंबई और जवाहरलाल नेहरू पोर्ट (JNP) के बीच electric ferry services (इलेक्ट्रिक फेरी सेवाओं) की शुरुआत करने जा रही है। इस पहल का उद्देश्य यात्रा के समय को कम करना है, जिससे यात्री केवल 30-40 minutes (30-40 मिनट) में अपनी यात्रा पूरी कर सकेंगे, जो कि वर्तमान फेरी सेवाओं की तुलना में लगभग 20 मिनट अधिक तेज़ होगा। ये फेरी सेवाएं eco-friendly (पर्यावरण मित्र) और air-conditioned (एयर कंडीशनड) होंगी, जो यात्रियों के लिए अधिक आरामदायक अनुभव प्रदान करेंगी।
हरित सागर योजना और Green Port Initiative
इस परियोजना को भारत सरकार की Green Port Initiative (ग्रीन पोर्ट पहल) के तहत लागू किया जा रहा है, जिसका लक्ष्य बंदरगाहों को environmentally sustainable (पर्यावरणीय रूप से टिकाऊ) बनाना है। इसके तहत, भारत सरकार का लक्ष्य 2047 तक net-zero emissions (शून्य उत्सर्जन) प्राप्त करना और 60% नवीकरणीय ऊर्जा का उपयोग बढ़ाना है। यह पहल भारतीय परिवहन क्षेत्र के लिए एक modern solution (आधुनिक समाधान) के रूप में उभर रही है, जो शहरी परिवहन की चुनौतियों का समाधान करेगी।
फेरी की विशेषताएँ
इलेक्ट्रिक फेरी प्रत्येक fiber-reinforced polymer (फाइबर-रीइंफोर्स्ड पॉलिमर) सामग्री से बनी होंगी, जो इन्हें मजबूत और टिकाऊ बनाएगी। इन फेरीज की लंबाई 12 मीटर होगी, और ये 12 knots (12 नॉट्स) तक की गति से यात्रा कर सकेंगी। प्रत्येक फेरी में 20-24 passengers (20-24 यात्री) बैठ सकते हैं, जिससे यात्रियों को अधिक आरामदायक यात्रा का अनुभव मिलेगा।
रूट और संचालन
इलेक्ट्रिक फेरी सेवाएं दो प्रमुख रूटों पर चलेंगी:
- Gateway of India to JNP (गेटवे ऑफ इंडिया से जवाहरलाल नेहरू पोर्ट) – सामान्य मौसम के दौरान।
- Bhaucha Dhakka to JNP (भाऊचा धक्का से जवाहरलाल नेहरू पोर्ट) – खराब मौसम के दौरान।
इस ड्यूल-रूट सिस्टम के द्वारा यात्रियों को reliable and hassle-free (विश्वसनीय और बिना किसी परेशानी के) यात्रा का अनुभव मिलेगा।
ऑनलाइन टिकटिंग और चेक-इन
यात्रियों की सुविधा को ध्यान में रखते हुए, इन फेरी सेवाओं में easy-to-use online ticketing system (आसान ऑनलाइन टिकटिंग सिस्टम) और smooth check-in process (स्मूथ चेक-इन प्रक्रिया) होगा, जिससे यात्रियों को यात्रा के दौरान किसी भी प्रकार की परेशानी का सामना नहीं करना पड़ेगा। यह सिस्टम seamless travel experience (सुगम यात्रा अनुभव) प्रदान करेगा, जो खासतौर पर व्यस्त यात्री मार्गों पर एक बड़ा फायदा साबित होगा।
आर्थिक और पर्यटन लाभ
यह परियोजना न केवल यात्रियों के लिए एक नया, आरामदायक और environmentally responsible (पर्यावरण के प्रति जिम्मेदार) यात्रा विकल्प प्रस्तुत करेगी, बल्कि boost trade and tourism (व्यापार और पर्यटन को बढ़ावा) देने का भी काम करेगी। इससे मुंबई और जवाहरलाल नेहरू पोर्ट के बीच कनेक्टिविटी बेहतर होगी, जो क्षेत्र में economic growth (आर्थिक वृद्धि) को गति प्रदान करेगा।
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भारत में टिकाऊ परिवहन की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम
इस योजना से electric ferry services (इलेक्ट्रिक फेरी सेवाएं) भारतीय परिवहन क्षेत्र में स्थिरता और पर्यावरणीय जिम्मेदारी को बढ़ावा देने के लिए एक benchmark (मापदंड) बन सकती हैं। यह फेरी सेवा, जो कि प्रदूषण से मुक्त और energy-efficient (ऊर्जा दक्ष) होगी, पारंपरिक फेरी सेवाओं के मुकाबले एक बेहतरीन विकल्प साबित होगी।
जनवरी 2025 में इस सेवा की शुरुआत के साथ, यात्रियों को एक तेज, आरामदायक और पर्यावरण के प्रति जिम्मेदार यात्रा का अनुभव होगा। यह परियोजना भारत की commitment to sustainability (स्थिरता के प्रति प्रतिबद्धता) और innovation in transportation (परिवहन में नवाचार) की दिशा में एक बड़ी छलांग होगी।