कारों पर भारी छूट: पुराना स्टॉक और बिक्री में कमी
पुराना स्टॉक और डीलर की समस्याएं
कार कंपनियां अपनी बिक्री को बढ़ाने के लिए भारी डिस्काउंट दे रही हैं। अगस्त महीने में कारों की बिक्री सामान्य रही है, और मारुति सुजुकी की कारों की बिक्री में कमी देखने को मिली है। फेडरेशन ऑफ ऑटोमोबाइल डीलर्स एसोसिएशन (FADA) के अनुसार, भारत में कार डीलर्स के पास अब 7 लाख से ज्यादा वाहन का स्टॉक हो गया है, जो कि दो महीनों की बिक्री के बराबर है।
FADA के अनुसार, फेस्टिव सीजन की शुरुआत होते ही कार कंपनियों को उम्मीद थी कि बिक्री में सुधार होगा, लेकिन बिक्री में लगातार गिरावट जारी है। लोगों की नई कार खरीदने में रुचि कम हो गई है, जिससे डीलरों के पास पुराना स्टॉक बढ़ रहा है और हर दिन उन्हें नुकसान हो रहा है। अपनी बिक्री को बढ़ाने के लिए, डीलर्स अब एक्स्ट्रा डिस्काउंट का सहारा ले रहे हैं।
12 लाख रुपये तक का डिस्काउंट
FADA के मुताबिक, वर्तमान में डीलर्स के पास 7.30 लाख वाहन खड़े हैं, जो कि दो महीने की बिक्री के बराबर हैं। हालांकि, SIAM (भारतीय ऑटोमोबाइल मैन्यूफैक्चरर्स एसोसिएशन) के मुताबिक, यह आंकड़ा लगभग 4 लाख यूनिट्स कारों का है। अगस्त महीने में, अधिकांश कार कंपनियों ने बिक्री में भारी गिरावट दर्ज की है, जो पिछले साल के जुलाई महीने की तुलना में 9.65 प्रतिशत कम है।
इस समय, कार कंपनियां अपनी कारों पर भारी डिस्काउंट दे रही हैं। टाटा मोटर्स अपनी सफारी, हैरियर और नेक्सॉन पर बड़े डिस्काउंट दे रही है। हुंडई भी अपनी Venue और Exter पर 70 हजार रुपये तक का डिस्काउंट ऑफर कर रही है। इसके अलावा, Jeep इंडिया अपने ग्रैंड चेरोकी पर पूरे 12 लाख रुपये का डिस्काउंट दे रही है। अब इसकी कीमत 68.50 लाख रुपये हो गई है, जबकि पहले इसकी कीमत 80 लाख 50 हजार रुपये थी।
निष्कर्ष
इस प्रकार, पुराना स्टॉक और बिक्री में गिरावट कार कंपनियों के लिए एक बड़ी चुनौती बन गई है। भारी डिस्काउंट के बावजूद, ग्राहकों की नई कार खरीदने में रुचि कम हो रही है, जिससे डीलरों को पुराना स्टॉक क्लियर करने में मुश्किलें आ रही हैं। फेस्टिव सीजन के आने के बावजूद, कार कंपनियों को अपनी बिक्री को बढ़ाने के लिए नई रणनीतियों की जरूरत है।