मोहम्मद शमी बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफ़ी में नहीं खेलेंगे
भारतीय तेज़ गेंदबाज़ मोहम्मद शमी को आगामी बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफ़ी के अंतिम दो मैचों के लिए चयन में नहीं शामिल किया जाएगा। भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) ने एक मेडिकल बुलेटिन जारी करते हुए शमी की फिटनेस स्थिति के बारे में जानकारी दी है।
शमी की रिकवरी पर BCCI का अपडेट
BCCI द्वारा जारी किए गए मेडिकल अपडेट में कहा गया है कि उनकी मेडिकल टीम शमी की रिकवरी पर करीबी निगरानी रखे हुए है। शमी अपनी एड़ी की चोट से पूरी तरह उबर चुके हैं, लेकिन अब उनके बाएं घुटने में सूजन आ गई है, जो गेंदबाज़ी करते समय बढ़ रही है। इसके कारण वह बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफ़ी के बाकी मैचों के लिए चयन के योग्य नहीं माने गए हैं।
घुटने की समस्या से जूझ रहे शमी
शमी ने गाबा टेस्ट के बाद, जब भारतीय कप्तान रोहित शर्मा से उनके बारे में पूछा गया, तो उन्होंने यह सुझाव दिया था कि इस स्थिति की जानकारी नेशनल क्रिकेट अकादमी (NCA) को दी जानी चाहिए। शमी ने हाल ही में एक रणजी ट्रॉफ़ी मैच खेला था, जिसमें उन्होंने 43 ओवर किए थे। इसके बाद उन्होंने सैयद मुश्ताक़ अली ट्रॉफ़ी के नौ मैचों में भी भाग लिया, जहां उन्होंने अधिकांश मैचों में अपनी निर्धारित गेंदबाज़ी की।
हालांकि, इन मैचों के दौरान शमी को अपने बाएं घुटने में सूजन का सामना करना पड़ा, और गेंदबाज़ी करते समय यह समस्या बढ़ने लगी। इसी कारण, BCCI ने यह निर्णय लिया है कि शमी को बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफ़ी के आगामी मैचों के लिए फिट नहीं माना जाएगा।
शमी की वापसी पर विचार
शमी वर्तमान में NCA की निगरानी में हैं और उन्हें बड़े फ़ॉर्मैट्स के लिए तैयार किया जा रहा है। BCCI ने यह भी स्पष्ट किया है कि शमी तब तक विजय हज़ारे ट्रॉफ़ी में भाग नहीं ले पाएंगे जब तक उनका घुटने का उपचार पूरा नहीं हो जाता।
2023 से शमी का अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट से बाहर रहना
शमी ने नवंबर 2023 में वनडे विश्व कप फाइनल के बाद से अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट से ब्रेक लिया है। फरवरी में उन्होंने अपनी एड़ी की चोट के इलाज के लिए सर्जरी भी करवाई थी। हालांकि, अब उनकी फिटनेस धीरे-धीरे ठीक हो रही है, और उनका ध्यान बड़े टूर्नामेंट्स के लिए तैयार होने पर है।
विजय हज़ारे ट्रॉफ़ी में शमी की स्थिति
शमी को 21 दिसंबर को चल रही विजय हज़ारे ट्रॉफी के पहले मैच के लिए बंगाल की टीम में शामिल नहीं किया गया था। BCCI ने यह भी कहा है कि उनकी इस टूर्नामेंट में भागीदारी उनके घुटने की स्थिति पर निर्भर करेगी, और उनकी फिटनेस पर ही उनका चयन किया जाएगा।