राज्य स्तरीय लाठी खेल प्रतियोगिता में जिले को दो स्वर्ण पदक दिलाया। यह प्रतियोगिता बीते 2 और 3 अगस्त को उज्जैन में आयोजित हुई । जिसमें मध्य प्रदेश के लगभग 20 जिलों के खिलाड़ियों ने भाग लिया। राजकुमार को लाठी खेल की प्रेरणा उनके खेल शिक्षक उपेंद्र कुमार मिश्रा से मिली, जिन्होने जानकारी देते हुए बताया की राजकुमार हमेशा से ही प्रतिभाशाली खिलाड़ी रहा है, पढ़ाई के साथ साथ खेल कूद में विशेष रुचि होने के कारण कई अन्य खेलो में भी हमेशा ही अच्छा प्रदर्शन किया है। इसी क्रम में विगत एक साल से लाठी खेल से जुड़ने का अवसर मिला।
प्रतिभा निखारे खेल शिक्षक की अहम भूमिका
शास उच्च माध्य विद्यालय सकरा में पदस्थ खेल शिक्षक उपेंद्र कुमार मिश्रा के प्रयासों से हमेशा ही खेलो को बढ़ावा देने का कार्य किया जाता रहा है। प्रतिवर्ष कई विद्यार्थियो को उनके द्वारा दिए गये मार्गदर्शन से प्रतियोगिताओ में विद्यालय का प्रतिनिधित्व करने का अवसर प्राप्त कर चुके है। ऐसे ही जब उन्हें जानकारी लगी की अनूपपुर जिले में भारतीय पारंपरिक लाठी खेल का संचालन किशोर साकेत के माध्यम से किया जा रहा है तो उन्होंने विद्यालय के छात्रावास प्रांगण में ही लाठी खेल का प्रशिक्षण आरम्भ कराया ,जो कि आज भी संचालित है, और अब विद्यार्थी लगातार प्रशिक्षण से जुड़े हुए हैं।
बता दें कि पिछले वर्ष स्कूल शिक्षा विभाग द्वारा आयोजित राज्य स्तरीय खेल प्रतियोगिता के अंतर्गत लाठी खेल में लगभग 6 खिलाड़ियों ने सहभागिता कर पदक अपने नाम किए हैं । जिसमें राजकुमार भी शामिल थे। प्रशिक्षकों की मार्गदर्शन और लगन के परिणामस्वरूप आज राजकुमार राज्य स्तरीय प्रतियोगिता में सकरा का नाम रोशन करते हुए दो स्वर्ण पदक अपने नाम किया, जिसका श्रेय उन्होंने अपने शिक्षक उपेंद्र कुमार मिश्रा और प्रशिक्षक किशोर साकेत को दिया है।
राष्ट्रीय प्रतिगित में पदक की लालसा
छात्र राजकुमार के पिता पप्पू सिंह और माता रामकली पेशे से कृषक हैं। राजकुमार लाठी खेल का प्रशिक्षण अमलाई स्थित सेल्फ डिफेन्स स्पोर्ट्स एकेडमी में प्रशिक्षक किशोर साकेत के मार्गदर्शन में करते है और उनके द्वारा दिए गए प्रशिक्षण को घर पर न केवल खुद करते हैं बल्कि अपने आस पास के बच्चों और अपने साथियों को भी कराते हैं। इसके साथ ही अपने छोटी बहन कशिश सिंह को भी लाठी चलाना सिखाते हैं, जिससे वो विषम परिस्थितियों में अपनी रक्षा करने में सक्षम बने। राजकुमार की इच्छा है कि वो आगामी राष्ट्रीय प्रतियोगिता में मध्य प्रदेश के लिए पदक जीते। मध्य प्रदेश शासन हमारे पारंपरिक खेलो को आगे बढ़ाने में लगातार प्रयासरत है, लाठी खेल भारतीय प्राचीन खेलो में से एक है, हर गांव नगर में लाठी प्रदर्शन के रूप में चलाया जाता है, पर मध्य प्रदेश ट्रेडिशनल लाठी स्पोर्ट्स एसोसिएशन के बनने से अब लाठी भी खेल के रूप में उभर कर सामने आ रहा है, जिससे राजकुमार जैसे कई खिलाड़ियों को पारंपरिक खेलो में आगे आने का अवसर मिलेगा।
रेलवे स्टेशन में स्वागत
उसके नगर आगमन पर बैंडबाजे और फूलमाला के साथ अमलाई स्टेशन पर भव्य स्वागत किया गया। साथ ही विद्यालय में भी इनका सम्मान विद्यालय परिवार द्वारा किया गया। शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय सकरा के प्राचार्य आर पी सोनी, बीडी पटेल, अरुण गुप्ता, विनोद कुमार द्विवेदी,जशवंत जी रेखा सिंह दीक्षित लवकेश द्विवेदी प्रसीत दास संजय कोल,फूलमती जी,सुनील कुमार, मधु तिवारी साहिल खान,निधि तिवारी,शारदा चौरशिया,शिल्पी कौर,शिवांगी सिंह,पुष्पेंद्र साहू,गणेश वती जी,सुरेंद्र सिंह,लकी ,विद्यालय परिवार के साथ ग्राम पंचायत सरपंच संतोष सिंह,सचिव संजय मिश्रा, समस्त पंच प्रतिनिधि,संकुल शिक्षक जन, जिला क्रीड़ा प्रभारी शेख खलील कुरेशी खेलकूद शिक्षक उपेन्द्र कुमार मिश्रा, जिला प्रशिक्षक किशोर साकेत, खेल और युवा कल्याण विभाग के जिला वॉलीबॉल प्रशिक्षक रामचंद्र यादव आदि ने बधाई प्रेषित करते हुए खिलाड़ी के उज्जवल भविष्य की कामना की है ।