600 ईडी के लपेटे में भारत के पूर्व कप्तान मोहम्मद अजहरुद्दीन, किया तलब, जानिए क्या है मामला
हैदराबाद क्रिकेट एसोसिएशन से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग मामले में ईडी (एन्फोर्समेंट डायरेक्टरेट) ने पूर्व भारतीय कप्तान मोहम्मद अजहरुद्दीन को तलब किया है। उन पर 20 करोड़ रुपये की हेराफेरी का आरोप है। यह मामला तब का है, जब वह हैदराबाद क्रिकेट एसोसिएशन (एचसीए) के अध्यक्ष थे। आज उन्हें ईडी के सामने पेश होना है।
इस मामले में अजहरुद्दीन को पहला समन जारी किया गया है, जिसमें उन पर आरोप है कि उन्होंने हैदराबाद के उप्पल में राजीव गांधी क्रिकेट स्टेडियम के लिए डीजल जनरेटर, अग्निशमन प्रणाली और छतरियों की खरीद के लिए आवंटित 20 करोड़ रुपये में अनियमितता की। उन्हें यह समन आज के लिए जारी किया गया है।
अजहरुद्दीन को सितंबर 2019 में एचसीए का अध्यक्ष चुना गया था, लेकिन जून 2021 में उन्हें अपना पद छोड़ना पड़ा था। उन्हें एपेक्स काउंसिल ने फंड की हेराफेरी के आरोप में कार्रवाई की थी।
इससे पहले, नवंबर 2023 में, मेडचल मलकाजगिरी जिले के प्रधान जिला एवं सत्र न्यायाधीश बी आर मधुसूदन राव ने अजहरुद्दीन को हैदराबाद में उप्पल पुलिस द्वारा दर्ज तीन अलग-अलग आपराधिक मामलों में अग्रिम जमानत दी थी। पुलिस ने उन पर उप्पल में एचसीए स्टेडियम के लिए क्रिकेट बॉल, जिम उपकरण और अग्निशमन यंत्र खरीदते समय अनियमितता बरतने का आरोप लगाया है।
अजहरुद्दीन के वकील कोंडा कृष्णा ने कहा था कि पुलिस ने उन्हें केवल इस वजह से आरोपी बनाया है क्योंकि वह उस समय एचसीए के अध्यक्ष थे। उन्होंने बताया कि 3.5 करोड़ रुपये के काम के लिए टेंडर आवंटित किया गया था, लेकिन काम निर्धारित समय में पूरा नहीं हुआ।
वहीं, सरकारी वकील बुची रेड्डी ने कहा कि काम पूरा नहीं होने के बावजूद भुगतान किया गया था। उन्होंने बताया कि हमने खातों का ऑडिट करवाया और यह एचसीए के पैसे के दुरुपयोग का स्पष्ट मामला सामने आया।
अजहरुद्दीन के वरिष्ठ वकील के रमाकांत रेड्डी ने कहा कि यह विडंबना है कि एचसीए के वही CEO, जिन्होंने जुलाई 2021 में ऑर्डर दिया था, अब वही शिकायत दर्ज करवा रहे हैं, जबकि वह स्वयं निलंबित भी हो चुके हैं। वकील का आरोप था कि CEO अपने निलंबन की वजह से अजहरुद्दीन को फंसा रहे हैं।