जनजाति कार्य विभाग के द्वारा कराई जाने वाली ज्यादातर प्रतियोगिता मात्र औपचारिकता तक ही सिमट कर रह जा रही हैं । बीते दिनों एक बार फिर जनजाति कार्य विभाग अनूपपुर द्वारा अमलाई स्टेडियम में कराई गयी जिला स्तरीय फुटबाल प्रतियोगिता अव्यवस्था की भेंट चढ़ गयी । सूत्रों के अनुसार जिले का खेल कैलेंडर जारी हुए बिना आनन् फानन में इस प्रतियोगिता का आयोजन कराया गया ,जिससे जिला स्तर की प्रतियोगिता महज खानापूर्ति बनकर रह गयी । जनजाति कार्य विभाग के जिला खेल प्रभारी शेख खलील कुरैशी की कार्यशैली को लेकर वैसे भी समय समय पर सवाल खड़े होते रहतें हैं । खेल के नाम पर अगर इसी तरह होता रहा तो शायद ही जिले के खिलाड़ी कभी उच्च पायदान तक पहुँच पाएंगे ।
मालवाहक वाहन में पहुंचे खिलाड़ी
एक ओर जहां जिला स्तरीय फ़ुटबाल प्रतियोगिता में पूर्ण रूप से अव्यवस्था हावी नजर आई वहीँ दूसरी ओर पुष्पराजगढ़ क्षेत्र के विद्द्यालयों के खिलाड़ियों को एक माल वाहक वाहन में खेल मैदान तक लाया गया ,जो कि एक बड़ी लापरवाही को उजागर कर रहा है । लेकिन जिला अधिकारी ने इस मामले में भी गैर जिम्मेदाराना ब्यान देते हुए यह कहकर अपना पल्ला झाड़ लिया कि उनका इससे कोई सरोकार नहीं है कि खेल मैदान तक खिलाड़ियों को कैसे लाया गया है ।
इन अव्यवस्थाओं को देखकर ऐसा आभाष हो रहा है कि अनूपपुर जिले में छात्रों के शारीरिक विकास के नाम पर खेल का आयोजन केवल कोरमपूर्ति करने के लिए किया जा रहा है । यदि इसी तरह होता रहा तो शायद ही कभी जिले में खेल का ग्राफ बढेगा एवं खिलाड़ी आगे बढ़ खेल में अपना कैरियर बना पाएंगे । जिले एवं संभाग में बैठे वरिष्ठ अधिकारियों को इस पर ध्यान देना चाहिए ।