शहडोल। हमारी मशालों को बुझाने की जगह, प्रदेश की भाजपा सरकार महिला अत्याचार को ख़त्म करने के लिए प्रयास करे। महिला अत्याचार के खिलाफ हमारी आवाज को प्रदेश सरकार, पुलिस का सहारा लेकर शांत करना चाह रही हैँ।
लेकिन वह इसमें कामयाब नही हो सकती हैँ। दरअसल मध्यप्रदेश में महिलाओं के खिलाफ बढ़ते अत्याचार एवं अपराधों के खिलाफ मध्यप्रदेश कांग्रेस कमेटी के निर्देशानुसार युवा कांग्रेस द्वारा मशाल जुलूस शहर मे निकालने की तैयारी चल रही थी।
जिलाध्यक्ष अनुपम गौतम के नेतृत्व में मशाल जुलूस की शुरुआत जिला कांग्रेस भवन से होनी थी। लेकिन पुलिस ने मशाल जुलूस को कांग्रेस भवन के सामने से आगे नही बढ़ने दिया। जैसे ही मशाल लेकर युवक कांग्रेस कार्यकर्ता सड़क मे आने लगे तभी एक- एक करके कांग्रेसियो के हाथ मे मौजूद जल्दी हुईं मशाल को पुलिस ने बल पूर्वक छुड़ाकर उसकी आग बुझानी शुरू कर दिया। पुलिस ने पानी की बौछार से भी मशालों को बुझाने का प्रयास किया।
लोकतंत्र मे हर किसी को प्रदर्शन का हक
युवक कांग्रेस ने पुलिस के इस तरीके का विरोध करतें हुए कहा कि प्रदेश मे महिला और बच्चियों के साथ आए दिन दुराचार व ह्त्या की घटनाए सामने आ रही हैँ। लेकिन प्रदेश की भाजपा सरकार इस पर अंकुश लगाने मे नाकाम साबित हो रही हैँ। सरकार की इस नाकामी के खिलाफ ज़ब हम लोग लोकतात्रिक तरीके से शान्ति पूर्वक विरोध प्रदर्शन करने जा रहें हैँ, तो सरकार के इशारे पर पुलिस हमारे संवैधानिक अधिकारो का हनन कर रही हैँ। जो कि अति निंदनीय है। हर किसी को लोकतंत्र मे शान्ति पूर्वक विरोध प्रदर्शन करने का हक़ है। लेकिन प्रदेश की भाजपा सरकार पुलिस का सहारा लेकर हमारी आवाज को दबाना चाह रही हैँ। उक्त कार्यक्रम में पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष नरेंद्र मरावी, राजेश सोंधिया, सुफियान खान, अभिषेक शुक्ला सबी खान, बंटी, सोनू चौबे, सनी खान, शिवम गोस्वामी, अलीम बादल, मुशरान मोहसिन, आदित्य सिंह, शेख आबिद सहित भारी संख्या में युवा कांग्रेस कार्यकर्ता उपस्थित रहे।