धनपुरी के ह्रदय स्थल आजाद चौक में वर्षों पहले वीर शहीद चन्द्र शेखर की प्रतिमा स्थापित करते हुए वहाँ सुनदरता की दृष्टि से फव्वारा लगवाया गया था । जो एक गोलाकार कृति में चौक की शोभा बढ़ा रहा है । बीते दिनों शहीद की प्रतिमा घेरे के ठीक बाहर नगर के एक नए नवेले युवा नेता ने अतिक्रमण करते हुए वहाँ पर अपने नाम का प्रचार- प्रसार करने के लिए दो -दो साइन बोर्ड स्थाई रूप से लगवा दिया गया था । उक्त साइन बोर्ड में मेहुल श्रीवास्तव का नाम लिखा हुआ था ,जो कि किसी रास्ट्रीय बजरंग दल नामक संगठन से जुड़ा हुआ बताया जा रहा है ।
बीते दिवस जब अहमदाबाद में हुए विमान हादसे में मृतकों की आत्मा की शान्ति के लिए उन्हें श्रद्धांजलि देने जब भारी संख्या में कांग्रेसी शहीद आजाद प्रतिमा के समक्ष एकत्र हुए तो उक्त साइन बोर्ड को देख आपत्ति की । श्रद्धांजलि सभा के बाद वहाँ मौजूद कांग्रेसियों ने इस कृत्य का विरोध करते हुए कहा कि एक शहीद की प्रतिमा के आगे इस तरह प्रचार- प्रसार के लिए स्थाई साइन बोर्ड लगाना वीर शहीद का घोर अपमान है । इसे कतई बर्दास्त नहीं किया जा सकता है । इसके बाद कांग्रेसी पार्षदों समेत कांग्रेस नेताओं ने मुख्य नगर पालिका से मुलाक़ात कर आजाद चौक में शहीद की प्रतिमा के आगे लगाए गये साइन बोर्ड तत्काल हटवाए जाने की बात कही । बहरहाल कांग्रेस के विरोध के बाद अब आजाद चौक में उक्त नए नवेले नेता का प्रचार प्रसार वाला दोनों साइन बोर्ड हट चुका है ।
वही शहीद की प्रतिमा के घेरे के अंदर एक अलग से पाइप लगाकर अथवा नपा के हाई मास्क लाईट के पोल में किसी संगठन का झंडा अब भी लगा हुआ है , जबकि नियमानुसार शासकीय संपत्ति में किसी भी संगठन का झंडा नहीं लगाया जा सकता है । शहीद चन्द्र शेखर आजाद की प्रतिमा के समक्ष अब तक केवल तिरंगा झंडा ही लगता रहा है । लेकिन अब वहाँ दूसरे झंडे को लगाकर नए विवाद को जन्म दिया जा रहा है । ऐसी हरकत कर नगर की शान्ति व्यवस्था में खलल पैदा करने का प्रयास किया जा रहा हैं ,जिस पर नपा एवं पुलिस प्रशासन को समय रहते अंकुश लगाना चाहिए । लेकिन शायद इस पर अभी नपा प्रशासन और स्थानीय पुलिस की नजर नहीं पड़ी है । जबकि कुछ दिनों बाद मुहर्रम का त्यौहार है ।