सीएचसी धनपुरी में पदस्थ एक अन्य कर्मचारी ने अपने नाम स्वीकृत शासकीय आवास को किसी मैदानी स्वास्थ्य कर्मचारी को किराए पर दिए जाने की जानकारी सामने आई है । सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार पूर्व में मैदानी स्वास्थ्य कर्मचारी (एमपीडब्ल्यू ) तरुण वाजपेयी को नियम विरुद्ध तरीके से सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र धनपुरी में अटैच कर दिया गया था । उक्त कर्मचारी के कार्य व्यवहार को लेकर कई बार उच्च अधिकारियों तक स्वास्थ्य विभाग के ही कर्मचारियों द्वारा शिकायत की गयी थी । अंततः उसका स्थानान्तरण यहाँ से शहडोल कर दिया गया। लेकिन सीएचसी धनपुरी के स्टाफ क्वार्टर में आज भी उसका कब्जा बरकरार है ।
जबकि नियमानुसार स्थानंतरण के बाद उससे उक्त आवास खाली करा लिया जाना चाहिए था । इसी प्रकार सीएचसी धनपुरी में पदस्थ ड्रेसर के नाम एक आवास आवंटित होने की जानकारी सामने आई है ,जबकि वह बुढार स्थित अपने निजी मकान से प्रतिदिन ड्यूटी आते – जातें हैं । पता चला है कि उक्त मकान ड्रेसर द्वारा एक मैदानी महिला स्वास्थ्य कर्मचारी को किराए पर दिया गया है । जबकि यह नियम विरुद्ध है ।
अगर किसी लोकल कर्मचारी का अपना निजी मकान मौजूद है और वह वहाँ से ही अप डाउन कर रहा है तो फिर उसे शासकीय आवास आवंटित करने का क्या औचित्य है । बहरहाल इस व्यवस्था को लेकर वहाँ पदस्थ अन्य कर्मचारियों में भी रोष व्याप्त है ।
इस बारे में जब खंड चिकित्साधिकारी बुढार डाक्टर अमित प्रकाश चौधरी से बात की गयी तो उन्होंने काहा कि मुझे इस सम्बन्ध में अभी जानकारी नहीं है । नियमानुरूप ही शासकीय आवास आवंटित किया जाना चाहिए । मै जानकारी लेकर इस ओर आवश्यक कार्यवाही करूंगा ।