मस्जिद कमेटियों के माध्यम से करनी होगी , क्योंकि मस्जिद कमेटियों से वहाँ की आवाम (जनता) जुड़ी होती है । अगर हमने इस बार संजीदगी के साथ सोच विचार नहीं किया तो ऐसी रस्मे हमारे समाज को बेदीनी की ओर लेते चली जाएंगी । उक्ताशय के विचार मुस्लिम समाज के बुद्धजीवियों ने व्यक्त किये । यह बातें शुभम पैलेस शहडोल में मुस्लिम समाज द्वारा आयोजित जिला स्तरीय चिन्तन (सोच और विचार) शिविर में वक्ताओं ने कही ।
जिला स्तरीय उक्त चिंतन शिविर में जिले भर के विभिन्न मस्जिद कमेटियों के सदर (अध्यक्ष) ,पेश ईमाम, तथा मुस्लिम समाजसेवी व बुद्धजीवी भारी संख्यां में शामिल हुए । मुस्लिम बुद्धजीवियों ने एक स्वर में कहा कि आज मुस्लिम समाज में शादी ब्याह में दिखावे के लिए फिजूलखर्ची जमकर की जाने लगी है । इसके अलावा डीजे बजाना तो आम बात है ।जबकि यह सब सुन्नत व शरीयत के पूरी तरह खिलाफ है ।
वहीँ चिंतन शिविर में यह बात भी सामने आई कि आज जन्म दिन ,खतना व मौत मिट्टी के बाद खाने के प्रोग्राम में हजारों रुपए फिजूल में खर्च किये जा रहें हैं । इन सभी रस्म रिवाजों को अब हम सबको मिलकर दूर करने के लिए कदम बढ़ाना होगा । इस आह्वान को वहाँ मौजूद सभी लोगों ने एक स्वर में क़ुबूल करते हुए इस ओर कदम बढाने पर सहमति प्रदान की ।
उलेमा ए किराम एवं मुस्लिम बुद्धजीवियों ने इन रस्म रिवाजों पर किये जाने वाले फिजूल खर्चों पर चिंता ज़ाहिर की । कई मस्जिद के पेश इमामों ने खुलकर कहा कि वह ऐसी शादियों में जहां डीजे नाच व फहश चीजे हो रही होंगी ,वहाँ हम निकाह पढ़ाने नहीं जाएंगे । उलेमा-ए -किराम के इस बात का मस्जिद कमेटियों के सदर ने भी समर्थन किया । चिंतन शिविर में मुस्लिम समाज के उत्थान को लेकर अन्य गंभीर मुद्दों पर भी विचार विमर्श हुआ । इस महत्वपूर्ण शिविर का आयोजन हाजी हमीदुल्ला (उल्ला भाई ) निवासी सोहागपुर के द्वारा किया गया ।
उक्त चिंतन शिविर में शहडोल ,सोहागपुर ,बुढार ,धनपुरी ,खैरहा ,आलमगंज ,सिंहपुर ,गोह्पारु ,जैतपुर समेत जिले भर के विभिन्न मस्जिद कमेटियों के सदर ,पेश ईमाम ,उलेमा-ए- किराम तथा सैकड़ों की संख्यां में मुस्लिम समाज सेवी शामिल हुए ।
माह भर आयोजित होंगे रक्तदान शिविर
शिविर मे इस बात से भी वहाँ मौजूद लोगों को अवगत कराया गया कि आगामी दिनों में ईद मिलादुन्नबी के त्यौहार से लेकर एक माह तक निरंतर जिले में अलग अलग स्थानों में मुस्लिम समाज द्वारा रक्तदान शिविर आयोजित करने का निर्णय लिया गया है। जिसमे अभी 7 सौ 86 यूनिट रक्तदान करने का संकल्प लिया गया गया है । इसलिए अभी से हम लोग अपने अपने क्षेत्र में मुस्लिम रक्तदाताओं की सूची तैयार कर लें ,ताकि शिविर से पहले रक्तदान के लिए एक दिन पूर्व उन्हें सूचित कर स्थान व समय बता सकें । इस आह्वान पर भी उपस्थित लोगों द्वारा सहमती प्रदान की गयी ।