वर्षों गुजरने के बाद परिजन भी अब उक्त महिला की घर वापसी की उम्मीद खो चुके थे ,लेकिन इस बीच बीते 5 अगस्त 20 25 को एक ऐसी खबर लापता महिला के पुत्रों तक पहुंची ,जिसने उस खोई हुई उम्मीद को जगा दिया । जब बेटों को पता चला कि करीब 14 साल पहले घर से लापता हुई उन्हें जन्म देने वाली माँ सैकड़ों किलो मीटर दूर चेन्नई में किसी महिला आश्रम में सुरक्षित अवस्था में है । यह खबर सुनने के बाद परिजनों की आँखे ख़ुशी से भर आई ।
पुलिस के पास आई थी सूचना
दरअसल बीते 4 अगस्त को धनपुरी थाना में पदस्थ उपनिरीक्षक नागेन्द्र सिंह के मोबाइल में एक अनजान नम्बर से काल आया ,जहां फोन करने वाली महिला ने बताया कि वह चेन्नई स्थित एक महिला आश्रम से बोल रही है । उसने एसआई श्री सिंह को बताया कि उनके आश्रम में एक महिला रह रही है ,जो अपना नाम जन्नतुन और बेटों का नाम नईम तथा जाकिर व भाई का नाम गुलफाम बता रही है ,वह शहडोल जिले के धनपुरी थाना क्षेत्र के टाकीज रोड में अपना घर होने की बात कह रही है । साथ ही महिला की फोटो भी पुलिसकर्मी को भेजी गयी ,जिससे उसकी पहचान हो सके ।
इसके बाद अगले दिन 5 अगस्त को इसकी जानकारी एसआई नागेन्द्र सिंह द्वारा थाना प्रभारी खेम सिंह पेंद्रो को देते हुए सारी बात बताई गयी । थाना प्रभारी द्वारा तत्काल ही महिला के नाम पता की डिटेल फोटो सहित वक्फ जामा मस्जिद पुरानी बस्ती के सदर माजिद खान से साझा करते हुए महिला की पहचान सामाजिक स्तर में करने में मदद करने के लिए कहा गया ।कुछ ही समय में महिला के परिजनों का पता करके श्री खान द्वारा थाना प्रभारी को अवगत करा दिया गया ।
माँ को लेने चेन्नई रवाना हुआ पुत्र
जैसे ही वर्षों से लापता माँ के बारे बेटों को जानकारी लगी तो छोटा पुत्र नईम 5 अगस्त को ही अपने एक दोस्त को लेकर बिलासपुर से ट्रेन में सवार होकर अगले दिन दोपहर 1 बजे वह चेन्नई पहुँच गया । इस दौरान अपनी माँ की एक झलक पाने के लिए वह आतुर हो रहा था । करीब 3 घंटे के इन्तेजार के बाद कागजी कार्यवाही पूर्ण कर आश्रम प्रबन्धन ने पुत्र की शिनाख्त होने के बाद माँ को उसके सुपुर्द कर दिया । जो अब अपने घर धनपुरी पहुँच चुकी है ।
उसके घर में पुत्र नईम के अलावा बड़ा पुत्र जाबिर व दो बहुए तथा उनके बच्चे भी हैं ।अब वह अपने परिवार के साथ ख़ुशी ख़ुशी रह रही है । महिला ने बताया कि वह पिछले तीन साल से उक्त आश्रम में रह रही थी ,वहाँ उसका इलाज भी कराया गया । जबकि इससे पहले वह करीब नौ बरस तक जहां तहां भटकती रही । परिजनों के अनुसार उसका मानसिक संतुलन खराब होने के कारण ही वह घर से अचानक लापता हो गयी थी । परिजनों ने इस सराहनीय कार्य में सहयोग करने वाली धनपुरी थाना पुलिस व अन्य सामाजिक लोगों का आभार व्यक्त किया है ।
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