शहडोल में समाज के सदस्यों ने इसकी निंदा करते हुए जोरदार विरोध प्रदर्शन कर पुतला दहन किया। इस घटना से आहत कायस्थ समाज ने नगर में रैली निकालकर अपने आक्रोश को प्रकट किया और कलेक्टर के माध्यम से राष्ट्रपति के नाम ज्ञापन सौंपा।
इस संबंध में कायस्थ समाज के जिला मीडिया प्रभारी संजीव निगम “पथिक” ने बताया कि तथाकथित कथा वाचक पंडित प्रदीप मिश्रा ने समाज के आराध्य भगवान श्री चित्रगुप्त के खिलाफ अमर्यादित भाषा का प्रयोग कर पूरे देश के कायस्थ समाज की भावनाओं को आहत किया है। राष्ट्रपति के नाम सौंप गए ज्ञापन में कथावाचक के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की गई है। समाज के लोगों का कहना है कि उनके आराध्य देव के प्रति अपमानजनक भाषा का प्रयोग सहन नहीं किया जाएगा। उन्होंने यह भी मांग की कि इस प्रकार की घटनाओं को रोकने के लिए सख्त कानून बनाए जाएं।
विरोध प्रदर्शन में अखिल भारतीय कायस्थ महासभा के अध्यक्ष सुनील खरे सहित अन्य प्रमुख सदस्य कुलदीप निगम, संतोष श्रीवास्तव, पुष्पेंद्र खरे (गुड्डू), संजीव निगम “पथिक”, ओमकार निगम, देवेश श्रीवास्तव, वल्लभवेन्द सक्सेना, गोपाल निगम, जमुना प्रसाद श्रीवास्तव, दिलीप खरे, राकेश श्रीवास्तव, शैलेश श्रीवास्तव, राजेश श्रीवास्तव, गिरीश निगम, संजय श्रीवास्तव, अवकाश निगम, राहुल श्रीवास्तव तथा राजेंद्र श्रीवास्तव समेत कायस्थ समाज के कई अन्य उपस्थित थे।
कायस्थ समाज के लोगो ने एकजुट होकर इस मामले में न्याय की मांग की और यह संदेश दिया कि समाज अपने आराध्य देव के सम्मान के लिए हमेशा खड़ा रहेगा। आज का यह प्रदर्शन शांति और ससम्मान के साथ संपन्न हुआ, लेकिन समाज ने स्पष्ट किया कि यदि इस मामले में कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई तो वे भविष्य में विशाल आंदोलन करने को बाद्ध्य होंगे ।