पूर्व में वहां पर समपार फाटक मौजूद था ,जिसे बंद कराकर अब रेलवे द्वारा वहा पर अंडर ब्रीज बनवा दिया गया है | लेकिन मापदंड के विपरीत बनाए गये इस अंडर ब्रीज ने लोगो के लिए मुसीबत कड़ी कर दी है | बारिश या सर्दी हर मौसम में पुलिया तालाब के रूप में तब्दील रहती है | पुलिया के नीचे बड़े बड़े गड्ढे हैं ,जिस कारण वहाँ से गुजरने में हादसे का ख़तरा बना रहता है |
नियम कायदों को ताक में रखवाकर बनवाए गये इस अंडर ब्रीज में दोनों और पानी की निकासी की कोई व्यवस्था नहीं कराई गयी है | जिससे सारा पानी ब्रीज के निचे आकर भर जाता है |
इस परेशानी के कारण अब लोगो को यही लग रहा है कि पूर्व में मौजूद रेल फाटक से ही गुजरना अछा था क्योकि उसमे जान जोखिम का कोई ख़तरा नहीं था | भले ही कुछ मिनट का इन्तेजार करना पड़ता था | लेकिन अब तो हर इस बात का ख़तरा रहता है ब्रीज के नीची भारी गड्ढों और पानी भराव के कारण हादसे का शिकार न हो जाए | ब्रीज के निर्माण के बाद शायद उक्त स्थान का निरीक्षण करने रेलवे का कोई जिम्मेदारअफसर आज तक नहीं आया है ,जिससे लोगो को होने वाली इस परेशान का उन्हें अंदाज नहीं है |