मौसम विभाग के अनुसार, कुछ जिलों में हल्की बारिश के बाद धूप खिल सकती है। ट्रफ लाइन के उत्तर की ओर बढ़ने से मॉनसूनी बारिश का सिस्टम कमजोर हो गया है। हालांकि, आज शिवपुरी, सीधी, रीवा और मऊगंज में भारी बारिश की संभावना है, लेकिन इसके बाद इन क्षेत्रों में भी बारिश के दौर के थमने की उम्मीद है। इस वर्ष मध्य प्रदेश में मॉनसून सीजन के दौरान औसत से 16 प्रतिशत अधिक बारिश हो चुकी है, जिससे कई जिलों में बारिश आफत बनकर बरसी है।
आईएमडी के नवीनतम बुलेटिन के अनुसार, अगले 4-5 दिनों में मध्य प्रदेश में बारिश की संभावना नहीं है। मौसम वैज्ञानिक शिविन बालाकृष्णन के मुताबिक, वर्तमान में मॉनसून की ट्रफ लाइन उत्तर में फिरोजपुर (पंजाब), नरनौल, पेंड्रा रोड और ओड़िशा में पुरी होते हुए बंगाल की खाड़ी तक जा रही है। इसके चलते 19 सितंबर, गुरुवार को उत्तरी मध्यप्रदेश के कुछ जिलों में भारी बारिश हो सकती है। इसके बाद, अगले चार दिनों तक भारी बारिश की संभावना नहीं है।
मौसम विभाग के अनुसार, पिछले 24 घंटों में मध्य प्रदेश के रीवा में सबसे ज्यादा 4.1 इंच बारिश दर्ज की गई। इसके अलावा, ग्वालियर में 3.7 इंच, छतरपुर में 3.2 इंच, सीधी में 2.9 इंच और सतना में 2.5 इंच बारिश हुई। अन्य जिलों में भी मौसम ने सक्रियता दिखाई, जहां जबलपुर, मंडला, ग्वालियर, रायसेन, इंदौर, शिवपुरी, बैतूल, सागर, भिंड, दमोह, उमरिया और टीकमगढ़ में हल्की से मध्यम बारिश हुई।
पचमढ़ी से ठंडा रहा राजगढ़
मौसम विभाग के अनुसार, मध्य प्रदेश में भारी बारिश के चलते अधिकांश जिलों में रात के तापमान में गिरावट देखी गई है। विशेष रूप से, राजगढ़ जिला पचमढ़ी हिल स्टेशन से भी ठंडा रहा। जहां पचमढ़ी में बुधवार को न्यूनतम तापमान 19.3 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, वहीं राजगढ़ में यह 18 डिग्री सेल्सियस रहा। इसके अलावा, मंडला, नरसिंहपुर और सागर में न्यूनतम तापमान 20 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।