जिसके माध्यम से मृतक आशीष त्रिपाठी पिता लवकुश त्रिपाठी ने आरोप लगाया कि मेरे छोटे भाई आशीष की Suicide के मामले की एसआईटी गठित कर निष्पक्ष जांच कराई जाए । विदित हो कि आशीष 30 वर्ष ने बुढ़ार रेलवे स्टेशन में गत 8 नवंबर को ट्रेन के सामने कूदकर अपनी जान दे दी थी। इस आत्मघाती कदम से पहले उसने एक वीडियो बनाकर इसके लिए यूनियन बैंक शाखा बुढ़ार के कर्मचारी अमित एवं शिवेंद्र शाह को जिम्मेदार बताया था।
मृतक ने उक्त दोनों कर्मचारियों पर प्रताताड़ना का आरोप लगाते हुए उससे करीब 12 लाख रुपए ऐंठ लेने की बात भी वीडियो में बताईं थी। इससे स्पष्ट हो रहा हैँ कि बैंक कर्मियों कि प्रताड़ना से तंग आकर आशीष ने Suicide जैसा कदम उठाया था। मृतक कियोस्क बैंक का संचालन कर अपना जीवन यापन करता था । इस सिलसिले में वह अक्सर बैंक आता जाता था । आत्म ह्त्या से पहले आशीष के द्वारा बनाए गये स्वयं के वीडियों से इस बात की पुष्टि हो रही है कि वह उक्त दोनों यूनियन बैंक कर्मियों की प्रताड़ना से तंग आ चुका था ।
उसे इन कर्मचारियों द्वारा रुपए देने के लिए मानसिक रूप से काफी दिनों से प्रताड़ित किया जा रहा था । मृतक के भाई आनंद व परिजनों का आरोप है कि बैंक के उक्त दोनों कर्मचारी मेरे छोटे भाई को इतना अधिक प्रताड़ित कर चुके थे कि परेशान होकर उसने यह आत्मघाती कदम उठाया । इसलिए उसकी Suicide के दोषी कर्मचारियो के खिलाफ तत्काल माममला दर्ज कर कड़ी कानूनी कार्यवाही की जाए।
चूँकि घटना बुढार रेलवे स्टेशन परिसर में घटित हुई थी ,इसलिए इस मामले की जांच जीआरपी द्वारा की जा रही है ,परिजनों व लोगो का आरोप है कि घटना के चार दिन बाद अभी तक बैंक कर्मियों को न तो हिरासत में लिया गया और न ही उनसे कोई पूछताछ की गयी है । अगर शीघ्र ही इस मामले की जांच कराकर आत्म ह्त्या के लिए उकसाने वाले बैंक कर्मियों के खिलाफ कार्यवाही नहीं की गयी तो मुख्यमंत्री के प्रस्तावित शहडोल दौरे पर उनके समक्ष इस मामले की शिकायत की जाएगी ।