जांच के दौरान टीम को सदस्यों को खामियां नजर आई ,जिसमे सबसे पहले प्रमाण के साथ इस बात का पता चला कि धनपुरी अस्पताल के चिकित्सक मरीजो को जबरन बाहर से टेस्ट कराकर लाने को मजबूर कर रहें हैं । इतना ही नहीं बाहर से भी टेस्ट एक चिन्हित पैथोलोजी से कराने के लिए दबाव डाले जाने की बात भी सामने आई ।
मुफ्त में टेस्ट तो बाहर कैसे जाएँगे मरीज
सबसे आश्चर्य तो टीम को इस बात पर हुआ कि जो टेस्ट अस्पताल में मुफ्त में किए जाने की सुविधा है ,उसके लिए भी बाहर निजी चिन्हित लैब मरीजो को भेजा जा रहा था । जिस डाक्टर उत्कृष्ट द्विवेदी पर ऐसा करने का मरीज के परिजनो ने आरोप लगाया था । उक्त चिकित्सक से भी जांच टीम के प्रमुख डाक्टर शुक्ला द्वारा पूछताछ की गयी । हालाकि वह अपने ऊपर लगाए जा रहे आरोपों को नकारते रहें । उनका कहना था कि उन्होंने बाहर से किसी चिन्हित लैब से टेस्ट कराने के लिए कभी नहीं कहा है ।
हालाकि अस्पताल में होने वाले टेस्ट के बजाए बाहर से टेस्ट कराने के लिए मरीज को बोलने के सवाल पर वह कोई सटीक उत्तर नहीं दे सकें । जांच टीम के समक्ष मरीजो को बाहर से टेस्ट कराने के लिए डाक्टर उत्कृष्ट द्विवेदी द्वारा लिखी गयी पर्चियां भी रखी गयी । जिसे गंभीरता के साथ देखते हुए टीम ने भी समझा कि क्या कोई मरीज बिना चिकित्सक के दबाव डाले अस्पताल में होने वाले मुफ्त टेस्ट के बजाए बाहर जाकर रुपए देकर टेस्ट क्यों कराएगा । डाक्टर द्विवेदी का यह तर्क जांच टीम के भी गले नहीं उतरा कि उन्होंने बाहर से टेस्ट कराने नहीं लिखा और मरीज स्वयं बाहर निजी लैब से सैकड़ों रुपए खर्च कर टेस्ट कराकर अस्पताल लेकर आ रहें हैं ।
अब बाहर से नहीं कराए टेस्ट
जांच टीम के प्रमुख डाक्टर शुक्ला ने डाक्टर द्विवेदी समेत धनपुरी अस्पताल में पदस्थ अन्य चिकित्सकों को स्पष्ट रूप में कहा कि भविष्य में अस्पताल में बैठकर किसी भी मरीज को बाहर से टेस्ट कराने के लिए नहीं लिखे अगर ऐसा हुआ तो सबंधित चिकित्सक के विरुद्ध कड़ी कार्यवाही की जाएगी । डाक्टर द्विवेदी के साथ साथ जांच टीम के समक्ष यह बात भी सामने आई कि अस्पताल में ड्रेसिंग करने के एवज में मरीजों से पैसे मांगे जाते हैं । जिस पर ड्रेसर को बुलाकर हिदायत दी गयी कि ऐसी शिकायत भविष्य में सामने नहीं आने चाहिए । हालाकि ड्रेसर ने इन आरोपों को सिरे से खारिज करते हुए कहा कि उन्होंने कभी किसी भी मरीज से ड्रेसिंग के बदले पैसे नहीं मांगे है । बहरहाल जांच टीम को कई खामियां अस्पताल में नजर आई ,जिसे दुरुस्त करने की हिदायत दी गयी है ।
कितना हुआ सुधार ,होगा आन्दोलन ?
कांग्रेस द्वारा अस्पताल में जिन अव्यवस्थाओ का आरोप लगाते हुए आन्दोलन व घेराव करने की चेतावनी दी गयी थी ,साथ ही वहाँ आने वाले मरीजों को बाहर से टेस्ट कारने व मंहगी दवाइयां चिन्हित स्थान से लाने का दबाव डालने के मामले में कितना सुधार हुआ ,यह आने वाले दिनों में पता चलेगा । मंडलम कांग्रेस धनपुरी के अध्यक्ष मोहम्मद साबिर से जब इस समबन्ध में बात की गयी तो उन्होंने कहा कि अस्पताल के एक वरिष्ठ चिकित्सक द्वारा हमारी पार्टी के अग्रजों को लिखित में व्यवस्था सुधारने का अस्शावासन दिया गया है ।
जिसके बाद आगामी तिथि तक हम लोगों ने अस्पताल का घेराव व आन्दोलन कार्यक्रम को फिलहाल स्थगित कर दिया है । साथ ही अस्पताल के अंदर की गतिविधियों पर हमारे पार्टी के लोग नजर बनाए हुए हैं । यदि स्थिति में सुधार नहीं हुआ और पूर्व की तरह बाहर से टेस्ट व मंहगी दवाइयां चिन्हित दुकान से लाने के लिए मरीजो को बाद्ध्य करने के साथ साथ अन्य अव्यवस्था में सुधार नहीं किया गया तो आगामी दिनों ने विशाल जन आन्दोलन पार्टी के द्वारा अस्पताल परिसर के समक्ष किया जाएगा । जिसकी समम्स्त जिम्मेदारी अस्पताल प्रबंधन व जिले के स्वास्थ्य विभाग की होगी ।