शहडोल। South East Central Railway के शहडोल – बिलासपुर रेल खंड के बीच भनवारटंक रेलवे स्टेशन में मंगलवार को हुए मालगाड़ी डिरेल रेल हादसे के 24 घंटे बाद सुधार कार्य पूर्ण होने के बाद आज शाम से ट्रेने पटरी पर दौड़ना शुरू हो जाएंगी । कल हादसे के बाद से ही सैकड़ों की संख्यां में रेलकर्मी मशीनरीज की मदद से तूफानी रफ़्तार से सुधार कार्य में लगे हुए थे ,करीब 24 घंटे से भी अधिक समय तक कड़ी मेहनत के बाद अप डाउन लाइन को ट्रेनों की आवाजाही के लिए तैयार कर दिया गया है । चूँकि यह हादसा ऐसे स्थान पर हुआ था जहां पर केवल अप एंड डाउन लाइन ही थी ,ऐसे में सुधार हेतु जो मशीनरीज आई थी उन्हें घटना स्थल तक लेकर जाने में भी काफी परेशानी आई । फिर भी रेल अमले की कड़ी मशक्कत के बाद दोनों अप डाउन लाइन में सुधार कार्य कर उसे रेल आवागमन के लिए उपयुक्त बना दिया गया है । कुछ घंटे बाद उक्त मार्ग
जिसमे कोयला लोड शहडोल की ओर आ रही मालगाड़ी के कई डिब्बे डिरेल होकर ट्रैक में पलट गये । यह हादसा मंगलवार दोपहर करीब 12 बजे के आसपास हुआ |कोयला लोड मालगाड़ी के 22 डिब्बे पटरी से उतर गए वहीँ 5 डिब्बे पलट गए। जिसकी वजह से बिलासपुर -शहडोल रेल खण्ड के बीच अप डाउन लाइन पूरी तरह से बंद हो गयी ।
बिलासपुर के शहडोल – बिलासपुर रेल खंड के बीच भनवारटंक रेलवे स्टेशन में मंगलवार को हुए मालगाड़ी डिरेल रेल हादसे के 24 घंटे बाद सुधार कार्य पूर्ण होने के बाद आज शाम से ट्रेने पटरी पर दौड़ना शुरू हो जाएंगी । कल हादसे के बाद से ही सैकड़ों की संख्यां में रेलकर्मी मशीनरीज की मदद से तूफानी रफ़्तार से सुधार कार्य में लगे हुए थे ,करीब 24 घंटे से भी अधिक समय तक कड़ी मेहनत के बाद अप डाउन लाइन को ट्रेनों की आवाजाही के लिए तैयार कर दिया गया है । चूँकि यह हादसा ऐसे स्थान पर हुआ था जहां पर केवल अप एंड डाउन लाइन ही थी ,ऐसे में सुधार हेतु जो मशीनरीज आई थी उन्हें घटना स्थल तक लेकर जाने में भी काफी परेशानी आई । फिर भी रेल अमले की कड़ी मशक्कत के बाद दोनों अप डाउन लाइन में सुधार कार्य कर उसे रेल आवागमन के लिए उपयुक्त बना दिया गया है । कुछ घंटे बाद उक्त मार्ग
जिसमे कोयला लोड शहडोल की ओर आ रही मालगाड़ी के कई डिब्बे डिरेल होकर ट्रैक में पलट गये । यह हादसा मंगलवार दोपहर करीब 12 बजे के आसपास हुआ |कोयला लोड मालगाड़ी के 22 डिब्बे पटरी से उतर गए वहीँ 5 डिब्बे पलट गए। जिसकी वजह से बिलासपुर -शहडोल रेल खण्ड के बीच अप डाउन लाइन पूरी तरह से बंद हो गयी ।
घटना की जानकारी लगते ही रेलवे का अमला मौके पर पहुँच गया । रेलवे सूत्रों के अनुसार सुधार कार्य में एक से दो दिन का समय लग सकता है क्योंकी रेल ट्रैक के क्षति ग्रस्त होने के साथ साथ हाईटेंशन लाइन के तार भी टूट गये हैं ।
जानकारी के अनुसार कोयला लोड लॉन्गहाल (दो जुडी हुई मालगाड़ी ) कोयला लेकर शहडोल की ओर आ रही थी ,इसी दौरान भनवारटंक रेलवे स्टेशन से गुजरते समय अचानक मालगाड़ी डिरेल हो गयी । और करीब 22 कोयला लोड डिब्बे पटरी से उतर गए, वहीँ कोयला से लोड पांच डिब्बे रेल ट्रैक के बीच पलट गये । जिससे अप एवं डाउन लाइन में दोनों ओर से ट्रेनों व मालगाड़ियों की आवाजाही पूरी तरह से ठप्प हो गयी । हादसा कैसे हुआ इसे लेकर रेल विभाग द्वारा कमेटी बनाकर जांच कराए जाने की बात कही जा रही है । बहरहाल प्रथम दृष्टया रेल अमला सुधार कार्य में जुट गया है ताकि जल्द से जल्द रेल ट्रैक को आवाजाही के लिए बहाल किया जा सके ।बिलासपुर -शहडोल रेल खंड के बीच इससे पहले भी कई बार ऐसे हादसे हो चुके हैं ।विदित हो कि वर्तमान समय नौरोजाबाद एवं घुनघुटी के पास तीसरी लाइन का एनआई वर्क चल रहा है ,जिस कारण उक्त मार्ग की कई यात्री ट्रेने रद्द कर दी गयी हैं । वर्तमान समय केवल अमरकंटक एक्सप्रेस एवं सारनाथ एक्प्रेस अपडाउन समेत कुछ अन्य लम्बी दूरी तथा साप्ताहिक ट्रेने ही चल रही थी । जिससे किसी तरह यात्री शहडोल से कटनी एवं बिलासपुर की यात्रा कर पा रहे थे लेकिन आज हुए हादसे के बाद उक्त ट्रेनों के संचालन पर भी प्रभाव पड़ सकता है क्योकि मालगाड़ी के डिब्बे सिर्फ पटरी से उतरे ही नहीं बल्कि ट्रैक पर पलट भी गये है । जिससे डिब्बे एवं उसमे लोड कोयला पटरियों के बीच आ गया है । इस घटना के बाद शहडोल से होकर गुजरने वाली कई यात्री गाड़िया आज रद्द कर दी गईं है तो कुछ को रूट बदलकर चलाया जा रहा है।
इस सम्बन्ध में दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे बिलासपुर जोन के जनसंपर्क अधिकारी अम्बिकेश साहू से बात की गयी तो उन्होंने बताया कि घटना की जानकारी लगने के बाद विभाग का तकनीकी अमला व मशीनरीज मौके पर भेज दिए गये हैं । तूफानी रफ़्तार से सुधार कार्य किया जा रहा है । हमारी कोशिश है कि जल्द से जल्द रेल ट्रैक को आवाजाही के लिए शुरू कर दिया जाए । बाकी हादसे के लिए रेल विभाग टीम बनाकर जांच कराएगा ।