मस्टर रोल के हिसाब से साप्ताहिक वेतन दिए जाने की जानकारी सामने आने के बाद एकजुट होकर विरोध प्रदर्शन किया ।उक्त कर्मियों का कहना था कि नवागत सीएमओ द्वारा हमे मिलने वाले मासिक वेतन प्रणाली को परिवर्तित कर मस्टर रोल हाजिरी के हिसाब से साप्ताहिक वेतन दिए जाने की बात कही गयी है । जो कि हम कर्मियों के साथ अन्याय है ।
इस बात की पुष्टि इससे भी हो रही है कि इस माह हमे अभी तक वेतन का भुगतान नहीं किया गया है । कर्मियों ने बताया कि हम करीब दो सौ से अधिक कर्मचारी लगभग 10 से 15 वर्ष से नगर पालिका में सेवाए दे रहें हैं ,जिसके एवज में मासिक वेतन दिया जा रहा है । ऐसे कर्मचारियों में कुशल व अकुशल दोनों प्रकार के श्रमिक शामिल हैं ।
इतने वर्षों की सेवा के बाद अब हम लोग अपने नियमित किए जाने की आस लगाए बैठें थे ,इस बीच नवागत सीएमओ द्वारा हम लोगों के मासिक वेतन भुगतान को परिवर्तित कर उसे मस्टर रोल के हिसाब से साप्ताहिक किया जा रहा है । ऐसा किए जाने से जो वेतन अभी हम लोगों को मिल रहा है ,उसमे कटौती हो जाएगी । इतना ही नहीं हमारे भविष्य पर भी ख़तरा मंडराने लगेगा ।
किसी तरह हम लोग 6 से 10 हजार न्यूनतम वेतन में इस महंगाई में अपना परिवार चला रहें हैं ,उसमे भी हमारे साथ ऐसा सौतेला बर्ताव किया जाना कितना उचित है । जबकि हम लोग जल ,राजस्व ,ओपरेटर ,सफाई तथा विद्दयुत समेत अन्य विभागों में वर्षो से ईमानदारी के साथ काम करतें चले आ रहें हैं । हलाकि अब तक किसी भी प्रकार का कोई लिखित आदेश सीएमओ का इस सम्बन्ध में सामने नहीं आया है । लेकिन इस माह वेतन नहीं मिलने और चर्चाओं के बाद कर्मचारियों के अंदर रोष फ़ैल गया है ।
जब अपनों ने मोड़ा मुंह ,हमने दिया साथ
कर्मचारियों ने बताया कि कोरोना कॉल में ऐसे समय जब लोगों ने अपने सगे सम्बन्धियों से दूरियां बना ली थी ,और कोविड मरीज की मौत के बाद उनका शव तक लेने से इनकार कर दिया करतें थे ,उस समय हम लोगों ने शव का अंतिम संस्कार तक का कार्य किया है । लेकिन आज हमारी सारी सेवाओं को दरकिनार कर हमारे साथ ऐसा व्यवहार किया जा रहा है ,जो किसी भी प्रकार से न्याय संगत नहीं है । कर्मचारियों ने संकेत दिया है कि अगर उनके वेतन प्रणाली में परिवर्तन किया गया तो वह काम बंद विरोध प्रदर्शन करने को बाद्ध्य हो जाएंगे । अगर इतने कर्मचारियों ने एक साथ काम बंद किया तो सारे व्यवस्था लडखडा जाएगी । इसलिए इस पर सीएमओ के साथ साथ परिषद् को गंभीरता से विचार करना चाहिए ।
उपाध्यक्ष को सुनाया दुखड़ा
अप[ने वेतन प्रणाली में परिवर्तन की जानकारी लगने के बाद सभी परिसर में एक जुट हो गये , और सीधे नपा उपाध्यक्ष हनुमान खंडेलवाल के समक्ष उनके चैम्बर में जाकर अपनी व्यथा सुनाते हुए न्याय की गुहार लगाई । कर्मचारियों ने कहा कि एक तो हम लोग इतने कम वेतन में इस महंगाई में किसी तरह अपना व परिवार का पालन पोषण कर रहें है । ऐसी स्थिति में अगर हमारे वेतन प्रणाली को साप्ताहिक अथवा मस्टर रोल के हिसाब से किया गया तो इस न्यूनतम वेतन में भी 2 से ढाई हजार तक की कटौती हो जाएगी । इसलिए हमे मासिक वेतन प्रणाली के तहत भुगतान किया जाए ,साथ ही हमें नियमित किया जाए ।जिस पर उपाध्यक्ष श्री खंडेलवाल ने सी एम ओ से चर्चा कर इसका समाधान किए जाने का आश्वासन दिया है ।
इस सम्बन्ध में बात करने के लिए सी एम ओ पूजा बुनकर के मोबाइल में सम्पर्क करने की कोशिश की गयी लेकिन उनसे बात नहीं हो सकी