सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र बुढार के मर्चुरी (शव गृह ) लाश को पुलिस द्वारा विधिवत कार्यवाही के बाद बुढार मुक्तिधाम में दफ़न करवा दिया गया । इससे पूर्व 24 घंटे तक बुढार थाना पुलिस द्वारा शव की शिनाख्त के लिए हर संभव प्रयास किया गया । लेकिन उसकी पहचान नहीं हो सकी ।
पुलिस ने बताया कि मृतक के पास कोई ऐसा दस्तावेज भी नहीं बरामद हुआ था ,जिसके जरिए उसकी पहचान की जाती । कल से जिले के अन्य थाने में भी मृतक की फोटो भेजकर उसकी पहचान करने का प्रयास किया गया लेकिन आज दूसरे दिन भी उसकी शिनाख्त नहीं हो पाने के बाद उसके शव को फिलहाल दफ़न करा दिया गया है । अगर उसकी पहचान होती है और शव की मांग परिजनों द्वारा की जाएगी तो फिर विधित शव को सौंपने की कार्यवाही की जाएगी ।
बुढार थाना क्षेत्र अंतर्गत ग्राम गोपालपुर में सड़क किनारे जिस स्थान पर लाश पड़ी हुई मिली थी ,वहाँ आसपास गाँव में लोगो से भी पूछताछ की गयी थी लेकिन मृतक की पहचान नहीं हो पाई थी । अब सवाल यह उठ रहा कि मृतक के पास न तो कोई वाहन मिला और न ही कोई पहचान पत्र । ऐसी स्थिति में वह किसी दूर दराज से यहाँ कैसे पहुँच गया । पुलिस के अनुसार मृतक के हाथ की दोनों मुट्ठियाँ बंधी हुई थी साथ ही दांत भी आपस में जुड़े थे ,जिससे ऐसा आभाष हो रहा है कि वह मिर्गी की बीमारी से ग्रसित था और वहाँ गिरने के बाद ठण्ड की वजह से उसकी मौत हो गयी होगी ।
बहरहाल पुलिस द्वारा मर्ग कायम कर जांच पड़ताल की जा रही है ।आशंका यही व्यक्त की जा रही है कि मिर्गी जैसी बीमारी के कारण वह जमीं पर गिरा और फिर रात भर ठण्डमें खुले आसमान के नीचे जमीन पर पड़े रह जाने के कारण ठण्ड से उसकी मौत हो गयी ।