खेल शिक्षक को सौंपने के बाद वहाँ का शिक्षा का स्तर निम्न पायदान तक पहुँच गया । अद्द्यापन कार्य से अनभिज्ञ खेल शिक्षक व विद्द्यालय के प्रभारी प्राचार्य अरुण सिंह के गैर जिम्मेदाराना रवय्ये के परिणाम स्वरूप विद्द्यालय में कक्षा 12 का परीक्षा परिणाम इस वर्ष मात्र 11 प्रतिशत तक ही सिमट कर रह गया । वहाँ कक्षा 12 वी में अध्यनरत कुल 120 विद्यार्थी में से मात्र 13 विद्द्यार्थी ही उत्रीण हो पाए। जिसके बाद से ही उक्त विद्द्यालय में शिक्षा के स्तर व अद्ध्यापन कार्य को लेकर सवाल खड़े हो रहें हैं । इसे लेकर अभिभावकों में भी रोष व्याप्त है । उनका सीधा आरोप है कि एक खेल शिक्षक को विद्द्यालय में प्राचार्य जैसा महत्त्वपूर्ण पद सौपने के कारण वहाँ का शिक्षा स्तर शून्य स्तर तक आ पहुँचा । क्योंकी प्रभारी प्राचार्य मूल पद खेल शिक्षक था ,ऐसे में उन्हें विद्द्यालय में अद्ध्यापन कार्य का जरा भी अनुभव नहीं था ,जिसका खामियाजा वहाँ पढने वाले विद्द्यार्थियों को उठाना पड़ा ।
नक़ल में हुई सख्ती तो खुली पोल
सूत्रों के अनुसार हायर सेकेंडरी स्कूल पोड़की में हुये ओपेन नकल प्रकरण पर हुई प्रशासनिक कार्यवाही के चलते शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय भेजरी में होने वाली खुलेआम नकल पर लगाम लग गया था , जिसके परिणाम स्वरूप गत वर्ष के परीक्षा परिणाम 63 प्रतिशत से सीधे गिरकर सीधे 11 प्रतिशत पहुंच गया । जो कि चिंता का विषय है।
साथ ही यह सवाल भी उठ रहा है कि क्या अब तक नक़ल के भरोसे ही उक्त विद्द्यालय का परिक्षा परिणाम कुछ हद तक संतोष जनक आ रहा था । अगर ऐसा नहीं है तो फिर आखिर और क्या बजह थी कि परीक्षा परिणाम का ग्राफ इतनी तेजी से गिर कर मात्र 11 प्रतिशत तक सिमट कर रह गया । उक्त विद्यालय में वर्तमान में गणित विज्ञान व कला संकाय जैसे महत्वपूर्ण विषय संचालित है कक्षा 12 वी में कुल 120 विद्यार्थी अध्यनरत थे, जिसमें कुल 13 बच्चे ही उत्तीर्ण होना चिंता का विषय है ।
विद्यालय में पढ़ाई का स्तर दिन प्रतिदिन गिरता जा रहा है। रिजल्ट के स्थिति से शासकीय उच्चतर माध्यमिक साफ जाहिर होता है कि विद्यालय में पढ़ाई के नाम पर केवल खाना पूर्ति की जा रही थी । अभिभावकों व क्षेत्र के बुद्धजीवियों ने विद्द्यालय में शिक्षा का स्तर सुधारने के लिए खेल शिक्षक बने प्रभारी प्राचार्य अरुण सिंह को हटाकर एक योग्य एवं पूर्ण कालिक प्राचार्य एवं अतिथि शिक्षकों के स्थान पर स्थाई विषय विशेषज्ञ शिक्षकों की पदस्थापना की मांग की है ।
विदित हो कि स्कूल शिक्षा विभाग ने सभी स्कूलों के प्राचार्यों की एक समीक्षा बैठक 20 मई को बुलाई है। इस बैठक में खराब प्रदर्शन करने वाले स्कूलों के कारणों की जांच की जाएगी और प्राचार्यों से स्पष्टीकरण लेकर आगे की कार्यवाही सुनिश्चित किए जाने की बातें बताई जा रही है । ऐसे में भेजरी समेत ऐसे अन्य खराब परीक्षा परिणाम वाले विद्द्यालयों के प्राचार्य के ऊपर गाज गिरने का कयास लगाया जा रहा है ,जो केवल कृपा पात्रता पर ऐसे जिम्मेदार पद पर बैठकर मलाई छान रहें हैं ।
इस सम्बन्ध में कलेटर हर्षल पंचोली का कहना है कि जिले का ओवर आल रिजल्ट काफी बेहतर आया है । भेजरी समेत अन्य खराब परिणाम वाले विद्द्यालयों के परिणाम की समीक्षा आगामी 20 मई की बैठक में की जाएगी । तत्पश्चात खराब परिणाम वाले विद्द्यालयों के प्रभारियों की जवाबदेही तय की जाएगी