नए उद्योग खोलने का आमंत्रण देते हुए उन्हें अनेक सुविधाओं का वादा किया जा रहा है जो की स्वागत योग्य है। इससे प्रदेश के विकास को एक नई गति मिलेगी तथा प्रदेश के बेरोजगारों को रोजगार का अवसर भी मिलेगा।श्री तिवारी ने कहा है कि शहडोल संभाग में जितने भी उद्योग चल रहे हैं। उनसे स्थानीय बेरोजगारों को रोजगार के अपेक्षित अवसर प्राप्त नहीं हुए हैं बल्कि दूसरे प्रदेशों से आए हुए लोगों को ज्यादा रोजगार के अवसर मिले हैं ।
जिले वासियों को मुख्यमंत्री से अपेक्षा है कि संभाग में उद्योग खोले जाएं, उनको जो भी वांछित सुविधाएं हैं दी जाएं लेकिन साथ ही साथ स्थानीय बेरोजगारों को भी अपेक्षित रोजगार के अवसर प्रदान किए जाएं। भाजपा नेता श्री तिवारी ने कहा है कि उद्योगों के कारण शहडोल के पर्यावरण को भी भारी नुकसान हुआ है ।ओरिएंट पेपर मिल के कारण सोन नदी तथा विचारपुर कोल माइंस के द्वारा मुडना नदी को प्रदूषित किया गया है। रिलायंस के मीथेन गैस प्रोजेक्ट के कारण सैकड़ो गांव में मीथेन गैस निकालने के कारण बड़े-बड़े बोरवेल किए जाने के कारण पानी का स्तर नीचे चला गया है। इस प्रकार के दुष्परिणाम का भी ध्यान रखा जाए। अन्यथा भविष्य में शहडोल संभाग को भी कही भोपाल जैसी यूनियन कार्बाइड फैक्ट्री से हुई त्रासदी न सहना पड़े।
श्री तिवारी ने कहा कि शहडोल संभाग में पूर्व में स्थापित सभी उद्द्योगों में अधिकांशतः प्रदेश के बाहर के कर्मचारी कार्य कर रहें है ,इसलिए अब अगर नए उद्द्योग स्थापित हो तो उसमे स्थानीय युवाओं को रोजगार दिलाया जाना चाहिए ,इसके लिए प्रशासन को पहले से ही इस ओर सार्थक प्रयास करना चाहिए । स्थानीय युवाओं को रोजगार मिलने से उनके अंदर शासन प्रशासन के प्रति और सकारात्मक सोच का विकास होगा । इसलिए इस बार नए उद्द्योगों की स्थापना से पूर्व ही इस पर विचार किया जाना चाहिए ।