जिले के मंडल अध्यक्षों के नाम की घोषणा के बाद से ही पार्टी कार्यकर्ताओं केन्द्र आक्रोश पनपना शुरू हो गया था । सर्वाधिक विरोध नव गठित बकहो मंडल अध्यक्ष को लेकर हो रहा है । इस बारे में पार्टी के प्रदेश निर्वाचन अधिकारी ,प्रदेश अपील समिति संयोजक को भी लिखित रूप से पार्टी कार्यकर्ताओं द्वारा आपत्ति भेजकर बकहो में पार्टी गाइड लाइन को दरकिनार कर मंडल अध्यक्ष का चयन करने का आरोप लगाते हुए उक्त चुनाव प्रक्रिया को निरस्त करने तक की मांग की गयी है ।
पार्टी कार्यकर्ताओं द्वारा प्रदेश निर्वाचन अधिकारी विवेक नारायण सेजवल्कर , संगठन पर्व 2024 प्रदेश अपील समिति संयोजक जगदीश अग्रवाल एवं सदस्य ढाल सिंह विशेन एवं वेदप्रकाश शर्मा के नाम संबोधित लिखित शिकायत भेजी गयी है । जिसमे नव गठित मंडल बकहो जिला शहडोल मे संगठन पर्व 2024 के नियम के अनुसार मंडल बकहो संगठन चुनाव में आयु सीमा से अधिक सही मापदंडों का पालन नही किया गया है ।
पार्टी के सक्रिय सदस्य नही,आयु भी पार
शिकायतकर्ता कामता प्रसाद शर्मा समेत अन्य पदाधिकारियों के हास्ताक्षर वाले शिकायत पत्र में उल्लेखित किया गया है कि वर्तमान में बकहो मंडल मे संगठन का चुनाव कराया गया । जिसमें धर्मेन्द्र दुबे को मंडल अध्ययक्ष घोषित किया गया एक ओर जहां दुबे आज तक भारतीय जनता पार्टी के सक्रिय सदस्य अभी तक नही हैं वहीं ओरिएन्ट पेपर मिल के स्थाई कर्मचारी भी हैं । साथ ही श्री दुबे मंडल अध्ययक्ष घोषित होने की तिथि मे पहले ही वह 46 वर्ष में प्रवेश कर चुके थे । जबकि पार्टी गाइड लाइन के अनुसार मंडल अध्यक्ष के लिए अधिकतम आयु सीमा 45 वर्ष निर्धारित की गयी थी । इनका जन्म तिथि 07.12.1979 है ,इस हिसाब से 46 वर्ष के हो चुके हैं । श्री दुबे पर आरोप है कि वह बकहो नगर परिषद एवं विधान सभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी के विरोध मे प्रचार किए थे ।
पार्टी कार्यालय भी नहीं गए
शिकायतकर्ताओं के अनुसार मंडल अध्यक्ष श्री दुबे , जिले की रायसुमारी के दिन शहडोल पार्टी कार्यालय भी नहीं गए थे । न ही किसी जनप्रतिनिधि के द्वारा रायसुमारी में इनका नाम लिया गया था । श्री दुबे द्वारा अपना आवेदन दूसरे दिन जब बूथ अध्ययक्षों की रायसुमारी बकहो में होने के बाद शाम को जमा कराया गया था । इनका पैनल में नाम भी नहीं था फिर पैनल में मौजूद तीन नामो को छोडकर चौथे आदमी को किस आधार कैसे मंडल अध्ययक्ष घोषित कर दिया गया , यह सोचने वाली बात है । शहडोल जिले के बकहो मण्डल मे पार्टी के नियमो को ताक पर रख कर धर्मेंद्र दुबे की मण्डल अध्यक्ष नियुक्त किया गया है,
इसके बाद भी बकहो मण्डल का चुनाव स्थगित नही होता तो पार्टी के नियम का कोई मतलब नहीं रह जाएगा ।
धनबल के उपयोग का भी आरोप
इन कार्यकर्ताओं ने लिखित रूप से पार्टी के कुछ वरिष्ट पदाधिकारी पर धनबल का प्रयोग करके चौथे व्यक्ति को तानाशाही रवैये से मंडल अध्ययक्ष घोषित करवाने का सीधा आरोप लगाया गया है । क्योंकि लोग आज बीस वर्षो से पार्टी की सेवा कर रहे हैं,ऐसे मनमाने निर्णय से इससे हम सभी पार्टी के कार्याकर्ताओं को गहरा दुःख पहुँचा है ।
चुनाव निरस्त किया जाए
प्रदेश अपील समिति से इन सभी पार्टी कार्यकर्ताओं ने निवेदन किया है कि हम सभी की बात सुनी जाए और क्षेत्र के जनप्रतिनिधियो और सभी भाजपा के वरिष्ट कार्यकर्ताओं से जमीनी हकीकत पता करके चुनाव निरस्त किया जाए । शिकायत पत्र में श्री शर्मा के अलावा मौसमी केवट- अध्यक्ष नगर- परिषद बकहो, बैभव विक्रम सिंह- उपाध्यक्ष- नगर परिषद- बकहो, शांति चौधरी- सदस्य जिला पंचायत शहडोल ,लल्ला केवट ,काशी प्रसाद शर्मा पूर्व भाजपा जिला उपाध्यक्ष, राजकमल मिश्रा सांसद प्रतिनिधि ,शिवेंद्र द्विवेदी भाजपा महामंत्री तथा बूथ अध्यक्ष लक्षमण गौतम आदि शामिल है ।