कबीरधाम जिले समेत पूरे प्रदेश में 1 अक्टूबर से शासकीय राशन दुकानदार और विक्रेता कल्याण संघ के बैनर तले सरकारी राशन दुकानदार हड़ताल पर थे, जो आज, 5 अक्टूबर को समाप्त हो गई है। हड़ताल का मुख्य कारण दुकानदारों की 6 प्रमुख मांगों का समाधान न होना था, जिसमें ई-पॉस मशीनों की खराब गुणवत्ता, सर्वर की समस्याएं, राशन दुकानों के आवंटन में गड़बड़ी, भंडारण की कठिनाइयां, बारदाना और मार्जिन राशि का समय पर भुगतान न होना जैसी समस्याएं शामिल थीं।
दुकानदारों का कहना था कि पिछले 20 साल से उनकी मार्जिन राशि में कोई वृद्धि नहीं की गई है, जिससे वे आर्थिक संकट से जूझ रहे हैं। इसके अलावा, ई-पॉस मशीनों में लगातार आ रही तकनीकी दिक्कतों के कारण वितरण प्रक्रिया प्रभावित हो रही थी। सरकार द्वारा उनकी इन मांगों को पूरा करने का आश्वासन मिलने के बाद हड़ताल समाप्त कर दी गई।
अब 6 अक्टूबर से सभी सरकारी राशन दुकानें फिर से खुल जाएंगी, हालांकि रविवार को अवकाश के कारण कुछ दुकानें बंद रह सकती हैं। हड़ताल के चलते कबीरधाम जिले की लगभग 450 राशन दुकानें बंद रहीं, जिससे राशन कार्डधारकों को चावल, शक्कर, और नमक जैसी आवश्यक वस्तुएं प्राप्त नहीं हो पाईं और उन्हें काफी परेशानी का सामना करना पड़ा।