संभागीय मुख्यालय से लगे ग्राम चाका में सामने आई है । जबकि एक दिन पहले दादरा टोला में इसी तरह की घटना के बाद चार लोगो को उपचार के लिए जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया था । पता चला है कि दोनों ही घटनाओं में कोदो की रोटी और चना भाजी का सेवन इनके द्वारा किया गया था । विदित हो कि बीते माह बांधवगढ़ में कोदो खाने से 10 हाथियों की मौत का मामला देश भर में छाया रहा, वहीँ अब इसे खाने से जिले में 10 लोग बीमार हुए हैं , इसलिए इस मामले को लेकर स्वास्थ्य विभाग सतर्कता बरत रहा है ।
रामचरण कोरी ने बताया की बीती रात्रि साढ़े आठ बजे परिवार के सभी लोग एक साथ बैठकर कोदो की रोटी और चने की भाजी खाई थी, आधे घंटे बाद परिवार के 6 सदस्य जिन्होंने खाना खाया था, उन सब की तबीयत अचानक बिगड़ने लगी और सबको चक्कर के साथ उल्टियां आनी शुरू हो गई,जिसके बाद पड़ोस के रहने वाले एक व्यक्ति ने अपने निजी वाहन से सभी को जिला अस्पताल लाकर भर्ती करवाया है। जिसमें रामचरण कोरी (58), सावित्री ( 55) ,रामकुमार (35) ,राजकुमारी कोरी (25) दो बच्चों में जिया 7 वर्ष एवं सूर्या 6 वर्ष शामिल है। परिवार के 6 सदस्यों में दो बच्चे बच्चा वॉर्ड के आईसीयू वार्ड में भर्ती किए गए हैं, जिनका इलाज शिशु रोग विशेषज्ञ डॉक्टर सुनील हथगेल के द्वारा किया जा रहा है।
एक दिन पहले भी हुआ था ऐसा
कोदो की रोटी और चने की भाजी खाने से दूसरे दिन भी जिला अस्पताल में एक ही परिवार के 6 सदस्य भर्ती हुए हैं। जिसमें दो बच्चे भी शामिल हैं। डॉक्टरो के अनुसार सभी की हालत खतरे के बाहर है। ज्ञात हो की बीते एक दिन पहले दादरा टोला के चार सदस्य कोदो की रोटी और चने की भाजी खाने से बीमार हुए थे, जिन्हें उपचार के लिए जिला अस्पताल में भर्ती करवाया गया था, अब उनकी हालत खतरे के बाहर है। अब बीती रात्रि मुख्यालय से सटे ग्राम चाका में एक ही परिवार के 6 सदस्य कोदो की रोटी और चने की भाजी खाने से बीमार हो गए है, परिवार के 6 सदस्यों में दो बच्चे भी शामिल हैं,डॉक्टरों की टीम जिनका इलाज कर रही है। मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी एवं प्रभारी सिविल सर्जन डॉक्टर राजेश मिश्रा ने मामले को गंभीरता से लेते हुए मेडिसिन डॉक्टर के साथ एक बैठक कर कोदो की सैंपलिंग करने की बात कही है।
मेडिसिन विभाग के डॉक्टर गंगेश डांडिया ने बताया कि कोदो अगर अधिक पुराना है तो फ्रूट प्वाइजनिंग की संभावनाएं हो सकती हैं, लगातार ऐसे मामले सामने आ रहे हैं,सभी भर्ती मरीजों की जांच रिपोर्ट आने का इंतजार किया जा रहा है। वहीँ एक अन्य चिकित्सक डॉ भूपेंद्र सिंह सेंगर मेडिसिन विशेषज्ञ ने बताया कि चना की भाजी में काफी मात्रा में खाद का उपयोग किया जाता है, जिससे लोग बीमार भी हो सकते हैं हालांकि अभी कुछ कहना जल्दबाजी होगी ,मरीजों की जांच रिपोर्ट आने के बाद सही जानकारी सामने आएगी ।

सीएमएचओ ने चिकित्सकों से की चर्चा
मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी एवं प्रभारी सिविल सर्जन डॉक्टर राजेश मिश्रा ने लगातार दूसरे दिन भी कोदो की रोटी और चने की भाजी खाने से भर्ती हुए मरीजो से मुलाकात कर डॉक्टरो से चर्चा की । सीएमएचओ ने बताया कि जिस कोदो को खाने से लोग बीमार हुऐ है। उसका सैंपल लेने के निर्देश फूड विभाग को जारी किए गए हैं।
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