पिछले कुछ समय से लोग अपनी सेहत के प्रति अधिक सतर्क हो गए हैं, और इसी के चलते अब ‘ड्रीम जॉब’ की परिभाषा भी बदलने लगी है। पहले ऊंची तनख्वाह, बड़ा ऑफिस, और मनपसंद मल्टीनेशनल कंपनी में नौकरी करना ही ‘ड्रीम जॉब’ माना जाता था, लेकिन अब लोग मानसिक शांति, वर्क-लाइफ बैलेंस और आत्मसंतुष्टि को अधिक महत्व देने लगे हैं।
रिपोर्ट के अनुसार, 51% युवा ‘फ्लेक्सिबल वर्किंग आवर्स’ पसंद करते हैं। अच्छी बात यह है कि कंपनियां भी अब युवा कर्मचारियों की आवश्यकताओं के अनुरूप अपने कार्य संस्कृति को बदल रही हैं। एक अध्ययन से पता चला है कि अगर कार्य संस्कृति में बदलाव नहीं किया गया, तो टैलेंट की कमी हो सकती है। उत्पादकता के साथ-साथ सेहत के लिए भी यह बदलाव जरूरी है, खासकर भारतीय पेशेवरों के लिए, क्योंकि काम के मामले में उनका कोई मुकाबला नहीं है। लेकिन स्वास्थ्य की बात करें, तो वे बाकी देशों के मुकाबले काफी पीछे हैं।
कई लोग शुगर, बीपी और कोलेस्ट्रॉल की समस्याओं से जूझ रहे हैं और हार्ट अटैक के सबसे अधिक जोखिम वाले समूह में शामिल हैं।यह स्पष्ट है कि अगर लोग काम का अधिक तनाव लेते हैं और स्वास्थ्य की तुलना में काम को प्राथमिकता देते हैं, तो उनका दिल और दिमाग कब तक उनका साथ देगा? इसलिए, काम के साथ-साथ आराम के पल निकालना भी जरूरी है, अन्यथा आपकी हार्ट हेल्थ बुरी तरह प्रभावित हो सकती है।
यह बात और भी जरूरी हो जाती है, जब ICMR जैसी संस्थाएं बार-बार लाइफस्टाइल में सुधार की चेतावनी देती हैं। अगले दस सालों में देश की 15% आबादी को दिल की बीमारी हो सकती है, जिसमें से 12% लोग कामकाजी और शहरी होंगे। इसलिए, रिलैक्स रहना, अच्छी नींद लेना और समय पर खाना खाना बेहद जरूरी है। साथ ही, रोजाना योग करके आप अपने शरीर के सभी अंगों को सक्रिय रख सकते हैं।
# आंकड़ों से क्या पता चलता है?
– देश की 46% आबादी अस्वस्थ है।- 26% लोग नौकरी से तनावग्रस्त हैं।
– 23% लोग बीपी की समस्या से जूझ रहे हैं।
– 28% मौतें दिल के रोग के कारण होती हैं।
# दिल की सेहत की जांच कैसे करें?-
1 मिनट में 50-60 सीढ़ियां चढ़ें।
– 20 बार लगातार उठक-बैठक करें।
– टेस्ट के लिए जार का ढक्कन खोलें।
# कार्डियक अरेस्ट से बचने के उपाय- जीवनशैली में सुधार करें।
– तंबाकू और शराब की आदत छोड़ें।
– जंक फूड के बजाय स्वस्थ भोजन खाएं।
– नियमित योग और प्राणायाम करें।
– वॉकिंग, जॉगिंग और साइक्लिंग करें।
– तनाव लेने की बजाय साइक्लिंग करें।
– समस्याओं को साझा करें।
# दिल को स्वस्थ रखने के लिए नियमित चेकअप जरूरी
– ब्लड प्रेशर की जांच महीने में एक बार करें।
– कोलेस्ट्रॉल की जांच हर 6 महीने पर करें।
– ब्लड शुगर की जांच हर 3 महीने पर करें।
– आंखों की जांच हर 6 महीने पर करें।
– फुल बॉडी चेकअप साल में एक बार करें।
# दिल की सेहत के लिए इन चीजों को नियंत्रण में रखें
– ब्लड प्रेशर
– कोलेस्ट्रॉल
– शुगर लेवल
– बॉडी वेट