नई दिल्ली: कोलकाता के सरकारी आरजी कर अस्पताल में एक महिला चिकित्सक के साथ दुष्कर्म और हत्या के मामले में कांग्रेस सांसद राहुल गांधी और पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी आमने-सामने आ गए हैं। लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने इस घटना को लेकर कोलकाता प्रशासन पर गंभीर आरोप लगाए हैं।इसके जवाब में ममता बनर्जी ने कांग्रेस शासित राज्यों की घटनाओं की याद दिलाकर राहुल पर पलटवार किया। ममता ने आईएनडीआईए गठबंधन के एक और सहयोगी दल सीपीआई (एम) को भी निशाने पर लिया।
राहुल गांधी ने ममता सरकार पर साधा निशाना:
राहुल गांधी ने इस घटना पर पहली बार प्रतिक्रिया देते हुए एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर एक पोस्ट में कहा कि डॉक्टर के साथ दुष्कर्म और हत्या की इस वीभत्स घटना में पीड़िता को न्याय दिलाने के बजाय आरोपियों को बचाने की कोशिश की जा रही है। उन्होंने कहा कि महिला डॉक्टर के साथ हुए इस क्रूर और अमानवीय कृत्य ने डॉक्टरों के समुदाय और महिलाओं के बीच असुरक्षा का माहौल पैदा कर दिया है।
राहुल गांधी ने इस घटना से सवाल उठाया कि अगर मेडिकल कॉलेज जैसी जगह पर डॉक्टर सुरक्षित नहीं हैं, तो किस भरोसे पर अभिभावक अपनी बेटियों को पढ़ने के लिए बाहर भेजेंगे? उन्होंने यह भी सवाल किया कि निर्भया केस के बाद बने कठोर कानून भी ऐसे अपराधों को रोकने में असफल क्यों हैं?
राहुल ने कहा कि हाथरस से उन्नाव और कठुआ से लेकर कोलकाता तक महिलाओं के खिलाफ लगातार बढ़ती घटनाओं पर हर दल और हर वर्ग को मिलकर गंभीर विचार-विमर्श कर ठोस उपाय करने होंगे। उन्होंने पीड़िता के परिवार के प्रति अपनी संवेदना व्यक्त करते हुए कहा कि उन्हें हर हाल में न्याय मिलना चाहिए और दोषियों को ऐसी सजा दी जानी चाहिए जो समाज में एक मिसाल बने।
ममता बनर्जी का राहुल गांधी पर पलटवार:
राहुल के स्थानीय प्रशासन पर आरोप लगाने के कुछ ही समय बाद, ममता बनर्जी ने कोलकाता में कहा कि बंगाल में जब वाम दलों की सरकार थी, तो कई जघन्य अपराध हुए, और कांग्रेस शासित राज्यों में भी कई घटनाएं सामने आ चुकी हैं। उन्होंने कांग्रेस से पूछा कि आपके राज्यों में कितनी घटनाएं हुईं और आपने क्या कार्रवाई की?
ममता ने इसी तरह CPI(M) को भी उनके शासनकाल के दौरान गंभीर अपराधों पर खामोश रहने के लिए आलोचना की और कहा कि तब सोशल मीडिया नहीं था, जिससे लोग जागरूक नहीं थे। तृणमूल कांग्रेस के नेता कुणाल घोष ने भी कहा कि राहुल गांधी को केंद्र में पूर्ववर्ती कांग्रेस सरकारों के दौरान महिला सुरक्षा के निराशाजनक रिकॉर्ड को ध्यान में रखना चाहिए।
इसके अलावा, ममता ने कहा कि कोलकाता पुलिस ने 90 प्रतिशत जांच पूरी कर ली है और उन्होंने CBI से अपील की है कि 18 अगस्त तक जांच पूरी करके दोषियों की फांसी सुनिश्चित कराई जाए।
दोषियों को तुरंत फांसी की मांग:
ममता बनर्जी ने कहा कि पीड़िता को न्याय दिलाने के लिए वह 17 अगस्त को कोलकाता में एक रैली का नेतृत्व करेंगी और मांग करेंगी कि दोषियों को तुरंत फांसी दी जाए। तृणमूल कांग्रेस 17 और 18 अगस्त को बंगाल के हर ब्लॉक में इस घटना के विरोध में प्रदर्शन करेगी। वहीं, बंगाल के राज्यपाल डॉ. सीवी आनंद बोस ने कहा कि यह घटना पूरी मानवता के लिए शर्मनाक है।
पूर्व न्यायाधीश और तमलुक से भाजपा सांसद अभिजीत गांगुली ने कहा कि अगर वह न्यायाधीश की कुर्सी पर होते, तो मुख्यमंत्री की गिरफ्तारी का आदेश दे देते। विपक्ष के नेता सुवेंदु अधिकारी की अगुवाई में भाजपा विधायकों ने विधानसभा के पोर्टिको के पास नारेबाजी की और राज्य सरकार पर घटना को छुपाने की कोशिश करने का आरोप लगाया। भाजपा नेता सुकांत मजूमदार ने कहा कि टीएमसी के दो सांसद और तीन विधायक, जिन्होंने इसी मेडिकल कॉलेज से पढ़ाई की है, ने अब तक इस मामले में कोई बयान नहीं दिया है।