क्या आप जानते हैं कि ऐसी कौन सी साड़ी है जिसे सर्दियों में पहनने पर गर्मी का एहसास होता है और गर्मियों में यह ठंडी महसूस कराती है? यह खास लोटस सिल्क की साड़ी है, जो कमल के फूलों से बनाई जाती है। इस साड़ी को बड़े ध्यान और मेहनत से तैयार किया जाता है। आइए, इसके बारे में विस्तार से जानें।
साड़ी पहनना हर महिला को पसंद आता है, और यह भारतीय परिधान का एक अहम हिस्सा है। खास अवसरों पर अलग-अलग तरह की साड़ियों की मांग हमेशा रहती है। लेकिन सिल्क की साड़ियों का क्रेज तो अलग ही होता है। कांजीवरम, बनारसी, और अब लोटस सिल्क—इन सभी के बारे में आपने सुना होगा, लेकिन क्या आपने कभी लोटस सिल्क की खासियत के बारे में सोचा है?
यह लोटस सिल्क की साड़ी इतनी विशेष है कि इसे बनाने के लिए लगभग 1 लाख कमल के फूलों के रेशे की जरूरत होती है। और यह केवल 50 प्रतिशत लोटस फैब्रिक से बनाई जाती है, क्योंकि इसमें अन्य सिल्क भी मिलाए जाते हैं। इसकी निर्माण प्रक्रिया बेहद जटिल है, जिसके चलते इसे तैयार होने में एक साल का समय लगता है।
कैसे बनती है लोटस सिल्क साड़ी?
लोटस फैब्रिक साड़ी बनाने के लिए सबसे पहले कमल के फूलों की स्टेम को बीच से तोड़ा जाता है। इसके बाद, इसे धीरे-धीरे खींचा जाता है ताकि रेशे बाहर आ सकें। फिर रेशों को ट्विस्ट करके, उंगली से एक छोर को दबाया जाता है और दूसरी तरफ से खींचा जाता है, जिससे रेशे काफी लंबे हो जाते हैं। इन्हें हाथ से रोल करके धागा बनाया जाता है।
इस प्रक्रिया में बहुत समय लगता है, इसलिए इसकी कीमत भी अधिक होती है। पहले कमल के फूलों को इकट्ठा करने, फिर रेशे निकालने और उसके बाद फैब्रिक बनाने में कई कारीगरों को दो से तीन महीने लग जाते हैं।
फिर, लोटस फैब्रिक के साथ अन्य सिल्क को मिलाकर प्लेन साड़ी बनाई जाती है, और उसके बाद उस पर पेंटिंग या डिज़ाइन बनाए जाते हैं। इस पूरी प्रक्रिया में एक साड़ी को तैयार करने में लगभग एक साल लग जाता है।
लोटस सिल्क की खासियत
लोटस सिल्क की साड़ियां न केवल खूबसूरत लगती हैं, बल्कि इनका वजन भी केवल 120 से 150 ग्राम के बीच होता है। यह हल्की साड़ियां पहनने में बेहद आसान होती हैं, खासकर गर्मियों में जब यह ठंडी महसूस कराती हैं और सर्दियों में गर्माहट का एहसास देती हैं। यही वजह है कि इन्हें किसी भी मौसम में पहना जा सकता है।
इस प्रकार, लोटस सिल्क की साड़ी न केवल एक अद्वितीय फैशन स्टेटमेंट है, बल्कि यह भारतीय संस्कृति और कारीगरी का भी प्रतीक है। इसका पहनावा न सिर्फ आपको सुंदर दिखाता है, बल्कि इसके पीछे की मेहनत और कला भी इसे विशेष बनाती है।
इस अद्भुत साड़ी के साथ, आप न केवल स्टाइलिश दिखेंगी, बल्कि आपको एक खास भारतीय परिधान पहनने का अनुभव भी होगा। यदि आपने अभी तक लोटस सिल्क की साड़ी नहीं पहनी है, तो इस गर्मी या सर्दी में इसे अपने वॉर्डरोब में शामिल करने पर विचार करें।