उसने धमकी देते हुए युवक को करीब आधे घंटे डिजिटल अरेस्ट कर रखा । इस बीच रुपयों की डिमांड भी फोन करने वालो की तरफ से की गयी लेकिन युवक की सूझ-बूझ की वजह से वह ठगी का शिकार होने से बच गया ।
इस सम्बन्ध में मिली जानकारी के अनुसार जिले के खैरहा थाना अंतर्गत ग्राम खन्नाथ निवासी केशव प्रसाद पटेल (39) पिता श्रीराम दुलारे पटेल के पास शुक्रवार की सुबह 11 बजे एक अनजान नम्बर +91 7294196969 से फोन आया ।उस समय वह नहा रहा था तो फोन उसकी पत्नी ने रिसीव किया ।जिसके बाद ठग ने अफसर बनकर धमकाते हुए कहा कि तुम्हारा पति अश्लील वीडियो देखता है । उधर से ठग ने कहा कि हम क्राइम ब्रांच दिल्ली से बोल रहे हैं। तुम्हारे पति के नाम से यहां एफआईआर हुई है। उसने मोबाइल से गंदगी फैलाई है। उसे उठाने पुलिस घर आ रही है। घबराती हुई पत्नी अधनहाए पति के पास पहुंची। फोन चालू था, पत्नी ने पूरी बात बताई और घबराया पति बाथरूम से निकला और वह ( केशव )फोन पर ठग से बात करने लग जाता है।
क्राइम ब्रांच का अफसर बन धमकाया
ठग खुद को क्राइम ब्रांच का अफसर बताते हुए युवक को धमकाने लग गया । ठग, युवक पर मोबाइल से अश्लील वीडियो देखने और उसे फैलाने का आरोप लगा रहा था लेकिन युवक ने कभी मोबाइल से अश्लील वीडियो देखा ही नहीं था इस कारण वह समझ गया था कि उसके साथ कोई फ्रॉड हो रहा है, उसे डिजिटल अरेस्ट कर लिया गया है। पीड़ित युवक से बात करके उस 30 मिनट 45 सेकंड के मंजर को समझा, जिसमें युवक ने किस प्रकार सूझबूझ तरीके से ठगों को चकमा देकर डिजिटल अरेस्ट से मुक्त हो गया और जालसाज के झांसे में आने से बच गया ।
तुमको डिजिटल अरेस्ट कर लिया गया है
ठग ने युवक से कहा तुमको डिजिटल अरेस्ट कर लिया गया है। कुछ देर में पुलिस तुम्हारे घर आ रही है तुमको उठा ले जाएगी। मुख्यमंत्री समेत कलेक्टर और एसपी का तुम्हारे खिलाफ कार्रवाई करने का आदेश है। ठग ने केशव से कहा कि पुलिस तुम्हारे घर नहीं आए इसलिए फाइन चार्ज जमा करो। तुम्हारे फोन का डाटा सब यहां से डिलीट होगा। तुम्हारी आईडी अगर कोई और चला रहा है तो उसे डिलीट करके लॉक कर दिया जाएगा। 11 लाख जुर्माना है। इस कार्रवाई से बचना है तो 7 हजार 7 सौ रुपए की रसीद कटवा लो। इसमें 2 सौ रुपए चालान में कट जाएगा और शेष साढ़े 7 हजार रुपए तुम्हारे खाते में वापस आ जाएंगे ।
फोन पे ऑन करने के लिए दबाव
करीब 8 मिनट तक ठग का टॉर्चर सुनने के बाद युवक केशव समझ चुका था उसे डिजिटल अरेस्ट किया गया है। जब ठग उसे फोन पे ऑन करने के लिए दबाव बना रहा था तब केशव ने सुझबुझ दिखाते हुए यह कह दिया कि मेरे फोन में बैलेंस नहीं है। इंटरनेट नहीं चल रहा है, इस कारण मैं पेमेंट नहीं कर पाऊंगा क्योंकी मेरे खाते में उतने पैसे भी नहीं है।किसी तरह केशव द्वारा ठग को विशवास में लेकर कहा गया कि वह बैंक जाकर रुपए जमा करने के बाद आपको (ठग ) दे देगा । इसके बाद पीड़ित युवक गाँव के एक जनप्रतिनिधि शिल्पी पाण्डेय के पास पहुँचा और साड़ी बात बताई ,इस दौरान युवक ने ठग के कॉल को म्यूट कर दिया ,इसके बाद जैसे ही जनप्रतिनिधि ने ठग से बात की,वह समझ गया कि अब युवक उसके झांसे में नहीं आएगा और ठग ने फोन काट दिया गया । इस तरह एक युवक ठगी का शिकार होने से बच गया ।