पुलिस इटारसी से शहडोल पहुँची ,लेकिन यहाँ भी वह नहीं मिले । नगर पालिका कार्यालय में पूछताछ करने पर पता चला कि वह 13 जनवरी से अचानक अवकाश पर जाने के बाद से अभी तक कार्यालय नहीं आ रहे हैं।
इस बीच 20 जनवरी को इटारसी पुलिस द्वारा शहडोल जिले के तहसीलदार को लिखे गए पत्र में सीएमओ अक्षत बुंदेला को फरार बताया है। थाना प्रभारी ने तहसीलदार के नाम लिखे पत्र में बताया कि इटारसी थाने में 2019 में आवेदक शंकर रसाल की लिखित शिकायत पर अपराध क्रमांक 635 में धारा 409, 420, 467, 468, 471, 120 (बी), 34 आईपीसी में प्रकरण दर्ज कर विवेचना में लिया गया। विवेचना के दौरान प्राप्त साक्ष्य के आधार पर तत्कालीन नगर पालिका परिषद इटारसी सीएमओ अक्षत बुंदेला निवासी छतरपुर व तत्कालीन उप पंजीयक आनंद पांडेय की संलिप्तता पाई गई है ।
न्यायालय से जारी है गिरफ्तारी वारंट
आरोपी अक्षत बुंदेला सागर रोड छतरपुर स्थित अपने मूल निवास से भी फरार हैं। इटारसी पुलिस ने इस बारे में वर्तमान में शहडोल नगर पालिका में पदस्थ सीएमओ अक्षत बुंदेला की चल- अलच संपत्ति की जानकारी तहसीलदार से मांगी है। इस बारे में नगर पालिका अध्यक्ष घनश्याम जायसवाल ने बताया कि सीएमओ 13 जनवरी से अवकाश पर जाने के लिए पत्र आवक-जावक में देकर गए हैं। इस बारे में स्थापना शाखा को उचित कार्रवाई के लिए अग्रेषित किया गया है। हालाकि इटारसी पुलिस के शहडोल आने से पहले तक किसी को भी सीएमओ अक्षत बुन्देला के खिलाफ मामला दर्ज होने अथवा न्यायालय से गिरफ्तारी वारंट जारी होने की जानकारी नहीं थी ।
क्या है पूरा मामला
जानकारी के अनुसार इटारसी नगर पालिका में भूखंड काटकर आवेंटित किए जाने के दौरान निर्धारित संख्या से ज्यादा के भूखंड कागजों में काट दिया गया और कुछ नागरिकों को उसे बेच भी दिया गया। उपभोक्ता नागरिक पैसे देने के बाद जब स्पॉट पर पहुंचे तो उन्हें प्लॉट नहीं मिला।जिसके बाद एक पीड़ित उपभोक्ता शंकर रसाल ने न्यायालय की शरण ली। न्यायालय ने मामले में दो आरोपियों को सजा सुनाकर जेल भेज दिया। न्यायालय के ही निर्देश पर तत्कालीन सीएमओ अक्षत बुंदेला को आरोपी बनाया गया है। जिनकी तलाश में अब पुलिस जुटी हुई है ।
इस संबंध में थाना प्रभारी इटारसी गौरव सिंह से बात की गई तो उन्होंने कहा की गिरफ्तारी वारंट सीएमओ नगर पालिका शहडोल अक्षत बुंदेला का न्यायालय ने जारी किया है। मामला धोखाधड़ी से जुड़ा हुआ है, हमने अपनी टीम को शहडोल उनके ऑफिस एवं घर में तलाश करने के लिए भेजा था, लेकिन जब टीम वहां पहुंची तो कार्यालय से पता लगा कि सीएमओ पहले ही छुट्टी लेकर कहीं चले गए हैं । उनकी तलाश में हम जुटे हुए हैं।