मकर संक्रांति पर दही चूड़ा खाने की परंपरा और फायदे
दही चूड़ा क्यों है खास?
मकर संक्रांति भारतीय संस्कृति का एक महत्वपूर्ण पर्व है, जो खासतौर पर उत्तर भारत में धूमधाम से मनाया जाता है। इस दिन का खास महत्व है क्योंकि यह सूर्य के मकर राशि में प्रवेश करने के साथ-साथ कड़े मौसम की समाप्ति और नए मौसम की शुरुआत का प्रतीक होता है। इस दिन को लेकर कई परंपराएं हैं, जिनमें से एक प्रमुख परंपरा है दही चूड़ा खाने की। बिहार, झारखंड, उत्तर प्रदेश और अन्य कुछ हिस्सों में यह एक खास परंपरा मानी जाती है, जो न केवल स्वादिष्ट होती है, बल्कि सेहत के लिए भी बेहद फायदेमंद होती है। दही चूड़ा खाने से शरीर को ताजगी मिलती है और यह दिनभर के लिए ऊर्जा प्रदान करता है। इस पारंपरिक भोजन में दही और चूड़ा का संयोजन स्वास्थ्य के दृष्टिकोण से अत्यधिक लाभकारी है।
दही चूड़ा बनाने की सामग्री (Ingredients List)
- चूड़ा (Flattened Rice) – 1 कप
- दही (Curd) – 1 कप
- गुड़/चीनी (Jaggery/Sugar) – स्वाद अनुसार
- बादाम (Almonds) – 1-2 टुकड़े (कटे हुए)
- किशमिश (Raisins) – 1-2 चमच
- काजू (Cashews) – 1-2 टुकड़े (कटे हुए)
- पानी (Water) – चूड़ा धोने के लिए
- इलायची (Cardamom) – Optional, स्वाद अनुसार
दही चूड़ा बनाने का तरीका (Recipe)
दही चूड़ा एक सरल लेकिन पौष्टिक व्यंजन है। इसे बनाने का तरीका भी बहुत आसान है।
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- चूड़ा (Flattened Rice): सबसे पहले, चूड़ा को धोकर दो मिनट के लिए पानी में भिगो लें। इसके बाद इसे अच्छे से निथार लें।
- दही (Curd): ताजे दही में चीनी या गुड़ मिला लें, जिससे दही में मीठापन आ जाए और यह स्वादिष्ट बने।
- मिक्सिंग (Mixing): अब, भिगोए हुए चूड़े को दही में डालकर अच्छे से मिला लें।
- ड्राई फ्रूट्स (Dry Fruits): स्वाद और पोषण को बढ़ाने के लिए, बादाम, काजू और किशमिश जैसे ड्राई फ्रूट्स डालें। यह न केवल स्वाद को बढ़ाता है, बल्कि शरीर को अतिरिक्त ऊर्जा भी प्रदान करता है।
यह डिश न केवल स्वादिष्ट होती है, बल्कि ताजगी और पोषण का भी बेहतरीन स्रोत है। इसे आप सुबह के नाश्ते में या मकर संक्रांति की विशेष तिथी पर खा सकते हैं।
दही चूड़ा खाने के फायदे (Benefits)
मकर संक्रांति के दिन दही चूड़ा खाने के कई स्वास्थ्य लाभ होते हैं। इसके सेवन से न केवल पेट संबंधी समस्याएं कम होती हैं, बल्कि यह पूरे दिन की ऊर्जा के लिए भी बेहतरीन है।
- डाइजेशन (Digestion): दही में मौजूद प्रोबायोटिक्स और चूड़े का संयोजन पाचन तंत्र को स्वस्थ रखने में मदद करता है। यह पेट की समस्याओं जैसे गैस, कब्ज आदि को दूर करता है और पाचन प्रक्रिया को सुचारु बनाता है।
- वजन घटाना (Weight Loss): चूड़ा कम कैलोरी वाला होता है, जिससे इसे डाइट में शामिल करना वजन घटाने में सहायक हो सकता है। दही में कैल्शियम और प्रोटीन होता है, जो मेटाबोलिज्म को बढ़ाता है और वजन कम करने में मदद करता है।
- इंफेक्शन से राहत (Relief from Infections): मकर संक्रांति के समय सर्दी-खांसी और अन्य संक्रमणों के होने का खतरा बढ़ जाता है। दही चूड़ा खाने से शरीर को एंटीबैक्टीरियल और एंटीफंगल गुण मिलते हैं, जो इन्फेक्शंस से बचाव करते हैं। यह फूड पॉइजनिंग के दौरान भी लाभकारी होता है।
- ऊर्जा का स्रोत (Energy Source): दही चूड़ा खाने से शरीर को ताजगी मिलती है और पूरे दिन की ऊर्जा मिलती है। यह शरीर को तुरंत उर्जावान करता है, खासकर मकर संक्रांति के दिन जब लोग तीज-त्योहारों के साथ-साथ मेला, यात्रा आदि में व्यस्त रहते हैं।
नोट:
दही चूड़ा एक बेहद ही सिंपल और पौष्टिक भोजन है। इसे आप अपनी पसंद के अनुसार हल्का-फुल्का या फिर स्वाद के अनुसार ट्विस्ट (Twist) देकर खा सकते हैं। इसमें आप अपने पसंदीदा ड्राई फ्रूट्स, गुड़, या फिर ताजे फल भी डाल सकते हैं, जो इसे और भी स्वादिष्ट और हेल्दी बना सकते हैं। यह एक बेहतरीन डिश है, जो मकर संक्रांति के दौरान शरीर को ऊर्जा देने के साथ-साथ संक्रांति की खुशियों को और भी बढ़ा देती है।
इस प्रकार, दही चूड़ा न केवल एक पारंपरिक पकवान है, बल्कि यह सेहत के लिए भी फायदेमंद साबित होता है। इस दिन को विशेष बनाने के लिए दही चूड़ा एक आदर्श विकल्प है।