तुर्की का सीरिया में बड़ा प्लान: इस्लामिक विद्रोहियों से गठजोड़, इजरायल और अमेरिका चिंतित
एर्दोगन की नई रणनीति
तुर्की के राष्ट्रपति रेचेप तैयप एर्दोगन ने सीरिया में बड़े सैन्य अभियान की योजना बनाई है। इस अभियान के तहत उन्होंने इस्लामिक ताकतों के साथ गठजोड़ कर लिया है। रिपोर्ट्स के अनुसार, यह योजना अगर पूरी होती है, तो सीरिया में फिर से खूनी जंग छिड़ सकती है, जिससे अमेरिका और इजरायल की चिंता बढ़ गई है।
सीरिया में नया मोर्चा
दमिश्क में इस्लामिक विद्रोहियों द्वारा बशर अल-असद के शासन का अंत तो हो गया है, लेकिन देश में संघर्ष अभी थमा नहीं है। अब तुर्की और एर्दोगन समर्थित सीरियन नेशनल आर्मी (SNA) ने कुर्द बलों के खिलाफ बड़े हमले की तैयारी की है। इस योजना में तुर्की ने हयात तहरीर अल-शाम (HTS) के नेतृत्व वाले विद्रोहियों से भी हाथ मिला लिया है।
तुर्की का सैन्य जमावड़ा
रिपोर्ट्स बताती हैं कि तुर्की ने सीमा पार कुर्द-नियंत्रित इलाकों पर हमले के लिए सैनिकों और सैन्य उपकरणों को बड़ी संख्या में तैनात किया है। तुर्की के इस आक्रामक प्लान से अमेरिका और इजरायल की चिंताएं और बढ़ गई हैं।
अमेरिका की चिंताएं
अमेरिका के लिए कुर्द बल आतंकवाद विरोधी अभियानों के अहम सहयोगी हैं। वॉशिंगटन को डर है कि तुर्की का यह नया अभियान न केवल उनके अभियानों को प्रभावित करेगा, बल्कि इस्लामिक स्टेट जैसे कट्टरपंथी संगठनों को फिर से ताकत दे सकता है। इससे यह समूह इजरायल तक भी पहुंच सकते हैं।
इजरायल की प्रतिक्रिया
इजरायल ने स्थिति की गंभीरता को देखते हुए तुरंत कदम उठाए हैं। इजरायली सेना ने सीरिया के सीमावर्ती इलाकों पर नियंत्रण करना शुरू कर दिया है। स्पुतनिक की रिपोर्ट के मुताबिक, इजरायली सेना ने सीरिया के कुनेत्रा प्रांत और 440 वर्ग किलोमीटर क्षेत्र पर कब्जा जमा लिया है।
नेतन्याहू का सीरिया दौरा
इजरायली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने मंगलवार को माउंट हरमोन का दौरा किया, जो गोलान हाइट्स का सबसे ऊंचा हिस्सा है। नेतन्याहू ने इजरायली सेना को 2025 के अंत तक सीरिया में रहने के लिए तैयार रहने को कहा है, जब तक कि इजरायल की सुरक्षा के लिए कोई नई व्यवस्था नहीं बन जाती।
स्थिति का तनावपूर्ण भविष्य
तुर्की और इजरायल के बीच बढ़ते तनाव के बीच अमेरिका स्थिति को शांत करने के लिए कूटनीतिक प्रयास कर रहा है। लेकिन सीरिया में तुर्की की इस आक्रामक नीति और इजरायल की सैन्य गतिविधियां इस क्षेत्र को एक और खूनी गृहयुद्ध की तरफ ले जा सकती हैं।