वह इसके लिए कोई भी किराया देने को तैयार था ,बस शर्त इतनी थी कि पिकअप वह अकेले खुद लेकर जाएगा । उसकी इसी गलती से आखिरकार वह पकड़ा । महिला की अंधी ह्त्या का यह मामला अनूपपुर जिले के बिजुरी थाना क्षेत्र का है ।
घटना का संक्षिप्त विवरण इस प्रकार है कि 30 सितम्बर को सूचनाकर्ता द्वारा यह जानकारी दी गई कि गलैयाटोला बिजुरी में एक अज्ञात व्यक्ति की लाश झाडियों मे चादर मे लपेटकर फेक दी गयी है। जिसकी तस्दीक पर एक अज्ञात महिला की 8-10 दिन पुराना शव उक्त स्थान पर पाये जाने की पुष्टि हुई। सूचना पर धारा 194 बीएनएसएस के तहत पंजीबद्ध कर जांच मे लिया गया । जो अज्ञात महिला के शव को घटना स्थल के आसपास के रहवासियों को दिखाया गया उनके घरों मे किसी व्यक्ति के गुम या न मिलने के संबंध मे जानकारी ली गयी तो घटना स्थल के पास के तरहवासी मुन्नी कोल ने बताया कि उसकी बडी बहन सरोज कोल पति स्व. प्रदीप कोल उम्र 40 वर्ष 19 सितम्बर की रात करीब 8 बजे करीब घर से बिलासपुर जाना कहकर निकली थी , जो आज दिनांक तक वापस नही आई है ।
उक्त महिला और उसके पति गेंदलाल से अज्ञात महिला के शव की पहचान करायी गयी, जिन्होने यह खुलासा किया कि घटना स्थल से प्राप्त शव मृतिका सरोज कोल का है जिसकी पंचनामा कार्यवाही, घटना स्थल निरीक्षण एवं शव प्राप्ति की परिस्थितियों से यह तथ्य पाया गया कि मृतिका की हत्या की गयी है और साक्ष्य छुपाने की नियत से उक्त स्थान पर छुपाया गया है।
दो तीन दिन से पिक अप की तलाश
घटना विवरण अपराध घारा 103(1), 238 बीएनएस का पाया जाने से तत्काल मामला पंजीबद्ध कर अनुसंधान मे लिया गया। विवेचना दौरान मृतिका को अंतिम बार देखने वाले उसके दत्तक पुत्र राजकुमार कोल पिता प्रदीप कोल के कथन संदेहास्पद प्रतीत हुये । साथ ही मुखबिर तंत्र द्वारा बताया गया कि संदेही राजकुमार दो तीन दिनो से एक पिक-अप इस शर्त पर किराये मे लेने की फिराक मे है कि किराये कि पिक-अप को खुद लेकर मनेन्द्रगढ तक जायेगा जिसके लिये वह मुह मांगा किराया देने के लिये तैयार है, जो उसकी आर्थिक स्थिति के विपरीत है ।
उसे कही आने जाने नही देती थी
उक्त संदेही से मनोवैज्ञानिक तरीके से बारीकी से पूछताछ की गयी तो आरोपी राजकुमार पिता प्रदीप कोल उम्र 18 वर्ष निवासी गलैयाटोला बिजुरी ने बताया कि उसकी बडी मां मृतिका सरोज कोल उसे कही आने जाने नही देती थी घर मे रखती थी, गांली गलौज मारपीट करती थी। दिनांक 17 सितम्बर की रात भी उसे मोहल्ले के गणेश विसर्जन मे नही जाने दिया था ।
दोस्तों के मज़ाक उड़ाने से था नाराज
इसके बाद मोहल्ले के उसके (आरोपी ) साथी उसका मजाक उडाकर बोले कि मेहेरिया है क्या घर मे छुपा रहता है, जो बात आरोपी को बहुत बुरी लगी और उसने अपनी बडी मॉ की हत्या कि योजना बनाई तथा 17 सितम्बर की दरमियानी रात करीब ढाई बजे जब मृतिका सो रही थी, तब उसके सिर के दाहिने हिस्से मे प्राण घातक हमला कर उसकी हत्या कर दी। घटना मे प्रयुक्त कुल्हाडी मृतिका के खून आलूदा कपडे चादर और आरोपी के खून आलूदा कपडे जप्त किये गये है।
मृतिका ने लिया था गोद
विदित हो कि आरोपी राजकुमार, मृतिका की छोटी बहन मुन्नी बाई का वास्तविक पुत्र है जिसे मृतिका द्वारा बचपन मे गोद लिया गया था तब से वह मृतिका के साथ ही रहता था उसके पहचान दस्तावेज मे आरोपी के पिता का नाम प्रदीप कोल लेख है जो मृतिका सरोज कोल का पति है।
कार्यवाही में इनकी रही भूमिका
उपरोक्त अंधे कत्ल के खुलासे मे वरिष्ठ अधिकारियो के मार्गदर्शन, एफ एस एल टीम के डाक्टर प्रदीप व उनकी टीम, डॉग स्काड अनूपपुर व बिजुरी पुलिस के निरीक्षक विकास सिंह, उपनिरीक्षक सोने सिंह परस्ते सहायक उपनिरीक्षक उदय प्रजापति, विपिन बिहारी राय, रवि करण पयासी प्रधान आरक्षक सतीश मिश्रा, सुखेन्द्र सिह, विनोद मिंज, मनोज लकडा आरक्षक आनंद, लक्ष्मण, अभिषेक, राजदेव, सुनील, प्रभाकर, नत्थूलाल महिला आरक्षक संगम तोमर की महत्पूर्ण भुमिका रही।