शहडोल। जिले के वन परिक्षेत्र ब्यौहारी में इन दिनों गजराज ने आतंक मचा रहा है ,पिछले एक माह से गजराज गाँवों में लगी फसल को तबाह कर रहें है लेकिन इस ओर से वन अमला और स्थानीय प्रशासन मूक दर्शक बना हुआ है । जिससे क्षेत्र के किसानो में आक्रोश फैलता जा रहा है ।
जानकारी के अनुसार ब्यौहारी वन परिक्षेत्र के ग्राम जमुनिहा के पतेरा टोला में दो जंगली हाथी आ पहुँचे पहुंचे और खेतों में लगी धान की फसल को रौंदकर बर्बाद कर दिया , जब ग्रामीणों को मामले की जानकारी लगी तो लोग सैकड़ो किसान वहाँ पहुच गये ।जिसके बाद हाथियों को खेत से भगाने के लिए एकत्र हो गए, और शोर मचाना शुरू कर दिया । साथ ही इसकी जानकारी वन अमले को भी दी गयी ,ताकि हाथियों को भगाकर फसल को नष्ट होने से बचाया जा सके ।
माह भर से क्षेत्र में कर रहे चहल कदमी
कृषकों ने बताया कि पिछले एक माह से इस क्षेत्र में दो जंगली हाथी डेरा जमाए हुए हैं। यह क्षेत्र बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व एवं संजय गांधी टाइगर रिजर्व से जुड़ा हुआ है। जिसकी वजह से अक्सर जंगली जानवर भटककर यहाँ आ जातें हैं । जिससे न केवल हमारी फसलो को नुक्सान पहुंचता है बल्कि जनहानि का भी ख़तरा बना रहता है । यहाँ आए दिन जंगली हाथी जंगल से भटक कर गांव की ओर आ जाते हैं। फिर वह खेतों में लगी खड़ी फसल को बर्बाद कर देते हैं। ग्रामीणों ने बताया कि पूर्व में कई बार वन विभाग के अधिकारियों को इस सम्बन्ध में शिकायत की जा चुकी है लेकिन वन अमले ने हमारी शिकायतों पर कोई ठोस कार्यवाही नहीं की । जिससे कारण हमे फिर से अपनी फसल को बर्बाद होते देखना पड रहा है ।
हाथियों की निगरानी रखने के निर्देश: एसडीओ
इस सम्बन्ध में जब एसडीओ फॉरेस्ट रेशम सिंह धुर्वे से बात की गयी तो उन्होंने कहा कि जब हमें जंगली हाथियों व् अन्य जंगली जानवरों की रिहायशी इलाके में आ जाने की सूचना मिलती है तो हम वन विभाग की टीम को मौके पर भेजते हैं । अभी फिर सूचना के बाद हाथियों की निगरानी रखने के निर्देश दिए गये हैं , ताकि वह रिहायशी क्षेत्र में ना आए । बीती रात खेतों में लगी फसलों को जो नुकसान पहुंचा है, पंचनामा कर उसका उचित मुआवजा दिलवाने के लिए प्रस्ताव बनाया जा रहा है।