मध्य प्रदेश के हरदा जिले के खिरकिया क्षेत्र में पुरानी रंजिश के चलते मंगलवार देर रात को रोहित चौहान नामक युवक की हत्या कर दी गई थी। इस हत्या में तीन मुख्य आरोपियों ने अपने साथियों के साथ मिलकर अपराध अंजाम दिया। मामले में छीपाबड़ थाना पुलिस पर लापरवाही के आरोप लगे, जिससे प्रशासनिक फेरबदल को इस घटना से जोड़कर देखा जा रहा है। हालांकि, जिले के पुलिस अधीक्षक ने इस बदलाव को एक सामान्य प्रशासनिक प्रक्रिया करार दिया है।
हरदा जिले में हुई युवक रोहित चौहान की हत्या के बाद, एसपी अभिनव चौकसे ने मामले को सुलझाने के लिए एक विशेष टीम का गठन किया। हत्या के आरोपी बैतूल की ओर भागने की कोशिश कर रहे थे, लेकिन पुलिस टीम ने कुछ ही घंटों में तीनों मुख्य आरोपियों को गिरफ्तार करने में सफलता हासिल की। इस घटना के बाद आज प्रशासनिक फेरबदल किया गया, जिसमें छीपाबड़ थाना प्रभारी मनोज सिंह को लाइन अटैच कर दिया गया है।
हरदा जिले में प्रशासनिक फेरबदल के तहत सिराली थाना प्रभारी मुकेश गौड़ को छीपाबड़ थाने का प्रभार दिया गया है, जबकि अजाक्स थाना प्रभारी निकिता विल्सन को सिराली थाने का नया प्रभारी बनाया गया है। इस फेरबदल को लेकर हरदा एसपी अभिनव चौकसे ने स्पष्ट किया कि इसका छीपाबड़ हत्याकांड से कोई संबंध नहीं है। यह एक सामान्य प्रशासनिक प्रक्रिया है, जो शासकीय कार्यों की सुविधा के दृष्टिकोण से की गई है।