गलत व्यक्ति के चक्कर में फंसे तो फ्रिज में मिलेंगे टुकड़े…! प्रदीप मिश्रा के बयान से मचा बवाल
पं. प्रदीप मिश्रा, जो भगवान शिव की कथा सुनाने वाले प्रसिद्ध कथावाचक हैं, के हालिया बयान ने मध्य प्रदेश के सियासी गलियारे में हलचल मचा दी है। उनके बयान को लेकर भाजपा और कांग्रेस दोनों के बीच विवाद तेज हो गया है।
प्रदीप मिश्रा का बयान
हाल ही में सूरत में एक कार्यक्रम के दौरान पं. प्रदीप मिश्रा ने युवतियों को चेतावनी दी। उन्होंने कहा कि युवतियों को अधूरे मकान और सच्चे व्यक्ति को पहचानने की आवश्यकता है। इस दौरान उन्होंने देश में हो रही लव-जिहाद की घटनाओं का जिक्र करते हुए युवतियों और महिलाओं को सावधान रहने की सलाह दी। उन्होंने कहा कि अगर गलत व्यक्ति के बंगले को देखकर फंसोगे तो अंत में फ्रिज में 41 टुकड़े मिल सकते हैं, इसके लिए तैयार रहना चाहिए।
उनके इस बयान का आशय था कि भविष्य में लव-जिहाद जैसी घटनाओं से बचने के लिए शिवभक्तों को सतर्क रहना चाहिए और गलत व्यक्ति से दूर रहना चाहिए। इस बयान ने एक नया विवाद खड़ा कर दिया है, जिससे सियासी माहौल गरमा गया है।
कांग्रेस ने किया विरोध
प्रदीप मिश्रा के इस बयान पर कांग्रेस के प्रवक्ता अभिनव बरोलिया ने अपनी प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा कि भारत का संविधान सर्वोत्तम है और उसे पालन करना चाहिए। उनका कहना था कि प्रदीप मिश्रा धर्मगुरु हैं, और धर्म का प्रचार करना उनका काम है, लेकिन संविधान की अहमियत को नकारा नहीं जा सकता। बरोलिया ने यह भी कहा कि संविधान पुलिस कार्रवाई के द्वारा गलत काम करने वालों को सजा दिलवाता है और कानून का पालन करना अनिवार्य है।
इसके अलावा, मौलाना अनस अली नदवी ने भी इस बयान पर अपनी प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा कि धर्मगुरु को किसी भी धर्म का अपमान नहीं करना चाहिए। उनका कहना था कि धर्मगुरु को सभी धर्मों का सम्मान करना चाहिए और किसी भी तरह से नफरत नहीं फैलानी चाहिए। धर्मगुरुओं का कर्तव्य है कि वे सही संदेश फैलाएं और समाज में शांति बनाए रखें।
भाजपा ने किया प्रदीप मिश्रा का समर्थन
दूसरी तरफ, भाजपा प्रवक्ता राजपाल सिंह सिसोदिया ने पं. प्रदीप मिश्रा का बचाव करते हुए कहा कि वह एक धर्मगुरु हैं और समाज को जागरूक करना उनका कर्तव्य है। उनका कहना था कि धर्मगुरुओं का काम समाज को सचेत करना होता है, और प्रदीप मिश्रा वही कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि समाज में इस तरह के मुद्दे सामने आ रहे हैं, इसलिए लोगों को सचेत किया जाना जरूरी है।
राजपाल सिंह सिसोदिया ने यह भी कहा कि संविधान को सभी मानते हैं, लेकिन यह भी जरूरी है कि समाज में हो रही गलत घटनाओं पर ध्यान दिया जाए और लोगों को जागरूक किया जाए।
इस बयान के बाद से दोनों ही पक्षों में राजनीतिक और सामाजिक बहस तेज हो गई है, और यह मामला अब मध्य प्रदेश के राजनीतिक माहौल को प्रभावित कर रहा है।