जमानत पर छूटी एक युवती भी मंचासीन नजर आई । उक्त कार्यक्रम की फोटो अब शोसल मीडिया में वायरल हो रही है । जिसे लेकर कई तरह की चर्चाएँ हो रही है कि आखिर उक्त युवती ने किस हैसियत से उक्त शिविर में न्यायधीश एवं अधिवक्ताओं के साथ मंच साझा किया । यह चर्चा इसलिए भी और अधिक हो रही है क्योंकी उक्त युवती की माँ समेत परिवार के अन्य सदस्य जिला जेल में ही ह्त्या जैसे गंभीर अपराध में निरुद्ध है ,जबकि उक्त युवती कुछ समय पहले एक अन्य आपराधिक प्रकरण में जेल से जमानत पर रिहा हुई है । हालाकि जेलों में विधिक सेवा शिविर का आयोजन होना आम बात है ,जिसके माध्यम से बंदियों को विधिक सहायता उपलब्ध कराई जाती है। मीडिया में इसे कवरेज के लिए भेजा जाता है , लेकिन बीते दिवस जिला जेल में जन न्यायिक अधिकारी व अधिवक्ताओं के साथ जब उक्त युवती मंच पर नजर आई तो यह चर्चा का विषय हो गया ।
विदित हो कि बीते दिवस जिला जेल शहडोल में विधिक सेवा शिविर का आयोजन किया गया था ,जिसमे अपर सत्र न्यायालाय बुढार के न्यायायिक अधिकारी समेत कई अन्य अधिवक्ता शामिल हुए थे । इनके साथ साथ जेल से जमानत पर रिहा हुई उक्त युवती भी मंचासीन रही । जब उक्त शिविर की तश्वीर शोसल मीडिया में वायरल हुई तो उसकी उपस्थिति को लेकर सवाल खड़े किए जाने लगे ।
इस पूरे घटनाक्रम व वायरल तश्वीर के बाद जेल के अंदर प्रवेश को लेकर भी गंभीर चर्चा छेड़ दी है। न्यायिक अधिकारियों और वकीलों की उपस्थिति में उक्त युवती को मंच पर स्थान देना कई सवालों को जन्म दे रहा है।
उक्त युवती के जेल के अंदर प्रवेश को लेकर जब जिला जेल के अधीक्षक भास्कर पाण्डेय से बात की गयी तो उन्होंने कहा कि विधिक शिविर में न्यायधीशों के साथ अधिवक्तागण अक्सर आते- जातें रहतें हैं। उक्त युवती उस दिन उसी समूह के साथ आई थी । उसके बारे में मुझे पूर्व से कोई जानकारी नहीं थी ।