शहडोल। आइये गाड़ी मे बैठ जाइये चाचा, अरे ओ चाचा गाड़ी के गेट को तो अच्छे से बंद कर दीजिये, बस ऐसा ही सम्बोधन वाले डायलॉग का शिकार होकर दो बुजुर्ग अपने हजारो ररुपए गँवा बैठे। ठगी की ऐसी दो घटनाए एक माह के भीतर ब्योहारी थाना क्षेत्र मे घटित हुईं। जिसकी लिखित शिकायत पीड़ित बुजुर्गो द्वारा थाने मे दर्ज कराई गई है।
क्या है पूरा मामला
दरअसल ब्योहारी थाना क्षेत्र मे बैंको के आसपास इन दिनों एक ठग गिरोह सक्रिय हैं। जो बैंक मे अकेले पैसे निकालने आने वाले बुजुर्गो को कार मे लिफ्ट देकर उनके साथ ठगी कर रहा हैं। जानकारी के अनुसार
ब्योहारी थाना मे लिखित शिकायत देते हुए सेवानिवृत शिक्षक शम्भू प्रसाद विश्वकर्मा पिता स्व ददद्दी राम विश्वकर्मा उम्र 88 वर्ष निवासी ग्राम पपौध थाना पपौध ने बताया कि गत दिवस मैं अपने घर पपौध से ब्योहारी सेंट्रल बैंक मे अपने खाते से पैसा निकालने गया था। जहाँ से जहाँ से मैंने अपने खाते से कुल 70 हजार रुपए निकाले। जिसमे से पुत्री को देने के लिए 12 हजार रुपए अलग से निकालकर जेब में रख लिया और शेष 58 हजार रुपए बैग में रख लिया।
बस स्टैंड जाने के लिए ऑटो का इंतजार
इसके बाद मै बैंक से रोड की ओर निकला और बस स्टैंड जाने के लिए ऑटो का इंतजार करने लगा। इतने में एक सफेद रंग की कार आकर मेरे सामने रुकी। जिसमे दो लोग सवार थे। जिन्होंने ने बड़े ही नम्रता के साथ मुझे चाचा बोलते हुए कहा कि कहाँ जा रहे हैं आप। ज़ब मैंने बस स्टैंड जाने की बात कही तो उन्होंने कहा कि गाड़ी बैठिए, हम आपको वहाँ छोड़ देते हैं। जिसके बाद मै उनकी मीठी बातो मे आकर गाड़ी मे बैठ गया।
अच्छे से गेट बंद करने को कहा
पीड़ित शिक्षक ने बताया कि उस गाड़ी में कुल 2 लोग थे और कुछ ही दूर जाने के बाद बोले चाचा गाड़ी का दरवाज़ा ठीक से बंद नही हैं आप अच्छे से बंद कर दीजिये। जैसे ही मै गेट बंद करने के लिए नीचे झुका इतने में मेरे बैग से 58 हजार रूपये निकाल लिए और मुझे बस स्टैंड से पहले ही उतार दिया। पीड़ित के अनुसार उक्त जालसाजो ने गाड़ी के दरवाजे मे एक मोटा रबड़ फंसा रखा था जिससे गेट पूरी तरह बंद हो। और फिर रास्ते मे गेट को अच्छे से बंद करने की बात कही। ज़ब मै गेट बंद करने मे लग गया तभी मेरे बैग से रुपए पार कर दिए। गाड़ी से उतरने के बाद जब मैंने बैग खोला तो देखा कि उसमे पैसे नहीं थे । मैं गाड़ी का नंबर नहीं देख पाया। बुजुर्ग ने बताया कि जो व्यक्ति कार मे जो बगल में जो बैठा था, उसके पैरो में घाव था और पैर से खून निकल रहा था और पैर पर सफ़ेद दाग थे। यह उसकी पहचान है।
माह भर पूर्व रिटायर्ड रेलकर्मी हुआ था शिकार
जानकारी के अनुसार ब्योहारी मे ऐसा ठग गिरोह काफी समय से सक्रिय हैं। बीते माह 7 अगस्त को भी इसी तरह की घटना हुईं थी। जिसमे सेवानिवृत रेलकर्मी रामदास पिता चिंतामणि रजक निवासी ग्राम पपौध अपने घर से ब्योहारी स्टेट बैंक ब्योहारी पेंशन की राशि निकालने गए थे। जहाँ उन्होंने अपने खाते से 15 हजार रुवे निकाले थे। इसके बाद उन्हें भी इसी तरह कार मे लिफ्ट देकर रास्ते मे दरवाआज़ा ठीक से बंद करने की बात कही गयी थी। और फिर खटखरिहा तालाब के पास उतार दिया गया था। गाड़ी से उतरने के बाद उन्हें भी पता चला था कि उनके बैग से रुपए पार कर दिया गया हैं। उक्त मामले की शिकायत भी ब्योहारी थाना मे की गयी थी ।