नो कार डे के मौके पर इंदौर की बीआरटीएस लेन पर आज कोई भी कार नहीं चलेगी। नगर निगम और एआईसीटीसीएल ने इस दिन को सफल बनाने के लिए पब्लिक ट्रांसपोर्ट, माय बाइक और ई-रिक्शा की सुविधाएं प्रदान की हैं। शहरवासियों ने उत्साह के साथ साइकिल और ई-बाइक का उपयोग किया, जिससे सड़कें वाहन रहित रहीं।
नो कार डे पर पर्यावरण संरक्षण की पहल
नो कार डे के अवसर पर इंदौर में आज एक अनोखी पहल देखी गई, जहां सड़कों पर कारों का नामोनिशान नहीं था। कलेक्टर आशीष सिंह ने सुबह ई-बाइक पर हेलमेट पहनकर कलेक्टोरेट पहुंचकर इस पहल का आगाज किया, जो शहर के लिए एक नई शुरुआत है। मेयर पुष्यमित्र भार्गव ने नागरिकों से अपील की कि वे पर्यावरण संरक्षण और वायु गुणवत्ता सुधार में सहयोग करें। इस दिन, नगर निगम और एआईसीटीसीएल ने बीआरटीएस के विभिन्न चौराहों पर पब्लिक ट्रांसपोर्ट, माय बाइक और ई-रिक्शा की सुविधाएं प्रदान कीं।
ये सेवाएं निरंजनपुर, स्कीम नंबर 78, शालीमार टाउनशिप, सत्य सांई चौराहा, विजय नगर, रसोमा चौराहा, और अन्य प्रमुख चौराहों पर उपलब्ध थीं। इससे नागरिकों को साइकिल और ई-बाइक के जरिए यात्रा करने के लिए प्रेरित किया गया। इस पहल ने न केवल ट्रैफिक को कम किया, बल्कि लोगों को पर्यावरण के प्रति जागरूक करने का एक अनूठा तरीका भी प्रदान किया। इंदौरवासियों ने इस दिन का पूरा सहयोग किया, जिससे यह स्पष्ट हुआ कि शहर में जागरूकता और सामूहिक प्रयासों के माध्यम से पर्यावरणीय मुद्दों का समाधान किया जा सकता है। यह कदम इंदौर को एक स्वच्छ और हरा-भरा शहर बनाने की दिशा में महत्वपूर्ण साबित होगा।
कारों की रोकथाम और जागरूकता कार्यक्रम
नो कार डे के तहत, इंदौर में बीआरटीएस पर आज सुबह 9:00 बजे से 12:30 बजे और शाम 5:30 से 7:30 बजे तक कोई कार नहीं चलेंगी। इस दौरान शहर के विभिन्न हिस्सों में सांस्कृतिक गतिविधियां आयोजित की जाएंगी। लवलखा चौराहे पर बैंड और नुक्कड़ नाटक, शिवाजी वाटिका पर ओपन कैनवास, पलासिया चौराहे पर नुक्कड़ नाटक, एलआईजी चौराहे पर फ्लैश मॉब, एमआर-9 चौराहे पर बैंड और विजयनगर चौराहे पर बैंड-नुक्कड़ नाटक का आयोजन किया जाएगा।
इस पहल का मुख्य उद्देश्य नागरिकों को पर्यावरण संरक्षण और वायु गुणवत्ता में सुधार के प्रति जागरूक करना है। लोगों से अपील की गई है कि वे अपनी कारों का उपयोग न करें और सार्वजनिक परिवहन का सहारा लें। इस कदम से न केवल वायु प्रदूषण कम होगा, बल्कि यातायात की समस्या भी हल होगी। इंदौरवासियों ने इस दिन का समर्थन करते हुए पर्यावरण की सुरक्षा में अपनी भूमिका निभाने का संकल्प लिया है।